नरक चतुर्दशी पर कितने दीपक जलाते हैं, जानें इसका महत्व?

Narak chaturdashi diya direction: नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली का पर्व 12 नवंबर को मनाया जाएगा। 11 नवम्बर 2023 को दोपहर 01:57 से प्रारंभ होकर 12 नवम्बर 2023 को दोपहर 02:44 पर समाप्त होगी। 11 नवंबर को नरक चतुर्दशी की पूजा होगी और 12 नवंबर को अभ्यंग स्नान होगा। नरक चतुर्दशी पर कालिका, हनुमानजी, श्रीकृष्ण और यमदेव की पूजा करते हैं। नरक चतुर्दशी पर कितने दीपक जलाते हैं जानिए इसका महत्व।
 
धनतेरस अर्थात धन त्रयोदशी के दिन 13 और नरक चतुर्दशी के दिन 14 दीपक जलाने की परंपरा है।
 
1. पहला दीया रात में सोते वक्त यम का दिया जो पूराना होता है और जिसमें सरसों का तेल डालकर उसे घर से बाहर दक्षिण की ओर मुख कर कूड़े के ढेर के पास रखा जाता है।
 
2. दूसरा दीया किसी सुनसान देवालय में रखा जाता है जोकि घी का दिया होता है। इसे जलाने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
 
3. तीसरा दीया माता लक्ष्मी के समक्ष जलाते हैं।
 
4. चौधा दीया माता तुलसी के समक्ष जलाते हैं।
 
5. पांचवां दीया घर के दरवाजे के बाहर जलाते हैं।
 
6. छठा दीया पीपल के पेड़ के नीचे जलाते हैं।
 
7. सातवां दीया किसी मंदिर में जलाकर रख दें।
 
8. आठवां दीया घर में कूड़ा कचरा रखने वाले स्थान पर जलाते हैं।
 
9. नौवां दीया घर के बाथरूम में जलाते हैं।
 
10. दसवां दीया घर की छत की मुंडेर पर जलाते हैं।
 
11. ग्यारहवां दीया घर की छत पर जलते हैं।
 
11. बारहवां दीया घर की खिड़की के पास जलाते हैं।
 
13. तेरहवां दीया- घर की सीढ़ियों पर जलाते हैं या बरामदे में।
 
14. चौदहवां दीया रसोई में या जहां पानी रखा जाता है वहां जलाकर रखते हैं।
 

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