स्वस्ति वाचन से होता है जीवन में मंगल और शुभता का आगमन, देवता होते हैं जाग्रत

हम सभी जो पूजा पाठ में विश्वास रखते हैं, प्रतिदिन आरती पूजा करते हैं उनके लिए यह जानना जरूरी है कि हर पूजन से पहले यह स्वस्ति वाचन करना चाहिए। यह मंगल पाठ सभी देवी-देवताओं को जाग्रत करता है। 
(मंगल पाठ) 
 
ॐ शांति सुशान्ति: सर्वारिष्ट शान्ति भवतु। ॐ लक्ष्मीनारायणाभ्यां नम:। ॐ उमामहेश्वराभ्यां नम:। वाणी हिरण्यगर्भाभ्यां नम:। ॐ शचीपुरन्दराभ्यां नम:। ॐ मातापितृ चरण कमलभ्यो नम:। ॐ इष्टदेवाताभ्यो नम:। ॐ कुलदेवताभ्यो नम:। ॐ ग्रामदेवताभ्यो नम:। ॐ स्थान देवताभ्यो नम:। ॐ वास्तुदेवताभ्यो नम:। ॐ सर्वे देवेभ्यो नम:। ॐ सर्वेभ्यो ब्राह्मणोभ्यो नम:। ॐ सिद्धि बुद्धि सहिताय श्रीमन्यहा गणाधिपतये नम:।
 
इस पाठ से जीवन में शुभता और मंगल का आगमन होता है। पूजा से पहले इसके वाचन का यही उद्देश्य है कि समस्त देवी-देवता आपकी पूजा को ग्रहण करने के लिए और पूजा का शुभ प्रतिफल देने के लिए तैयार और तत्पर हो जाए। 

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