* शारीरिक तकलीफें दूर करता हैं मंत्र 'ॐ'
'ॐ' का निरंतर जाप करने से आंतरिक और बाह्य विकारों का भी निदान होता है। दिमाग शांत होता है और बहुत-सी शारीरिक तकलीफें दूर होती हैं। इसके नियमित जाप से व्यक्ति के प्रभामंडल में वृद्धि होती है।
* ॐ का जाप करने के लिए किसी भगवान की मूर्ति, चित्र, धूप, अगरबत्ती या दीये की जरूरत नहीं होती है।
* 'ॐ' का उच्चारण तेज आवाज में करें।
* उच्चारण खत्म करने के बाद 2 मिनट के लिए ध्यान लगाएं और फिर उठ जाएं।