जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा कि ऐसा करते समय मैंने यह सुनिश्चित किया है कि विकास एजेंडे के साथ कोई समझौता नहीं हो। अगले वित्त वर्ष में कुल सरकारी खर्च 19.78 लाख करोड़ रुपए होगा। इसमें 5.50 लाख करोड़ रुपए योजना व्यय तथा अन्य 14.28 लाख करोड़ रुपए गैर-योजना व्यय में खर्च होंगे। चालू वित्त वर्ष में राजस्व घाटा बेहतर रहने का अनुमान है और यह जीडीपी का 2.5 प्रतिशत रह सकता है जबकि बजटीय लक्ष्य 2.8 प्रतिशत था।