चाचा नेहरू के बाद बच्चों को डॉ. कलाम प्रिय

अटलजी भी प्रिय नेत
चाचा नेहरू के बाद बच्चों के दिलो दिमाग पर सबसे ज्यादा छाए हैं राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम। बच्चे उन्हें 'सर' कहकर पुकारना चाहते हैं। अधिकतर बच्चों का यह भी कहना है कि हेयर स्टाइल समेत 'कलाम सर' जैसे भी हैं, वैसे ही उन्हें पसंद हैं। बाल दिवस के मौके पर वार्ता संवाददाताओं द्वारा देश के विभिन्न प्रांतों में बच्चों से डॉ. कलाम के बारे में रायशुमारी की गई है। यह बात सामने आई कि वर्तमान राष्ट्रपति जितना बच्चों से प्यार करते हैं, उतना ही बच्चे भी उन्हें चाहते हैं और इसी हाव-भाव और रूप में चाहते हैं।

उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात समेत विभिन्न राज्यों के स्कूली बच्चों से जानना चाहा था कि जिस तरह वे पंडित नेहरू को चाचा नेहरू कहकर पुकारते हैं उसी तरह डॉ. कलाम को क्या कहना चाहेंगे? उनसे यह भी पूछा गया कि डॉ. कलाम उन्हें क्यों प्रिय हैं और क्या बच्चे उनके हेयर स्टाइल और पहनावे में कोई परिवर्तन देखना चाहते हैं। नन्हे-मुन्नों और किशोरों ने खुलकर अपनी राय जाहिर की और सबसे बड़ी बात यह सामने आई कि देश के बच्चे नेताओं के पहनावे और सज्जा पर नहीं बल्कि उनके काम, प्रतिभा और चरित्र की उज्ज्वलता को पसंद करते हैं।

डॉ. कलाम के कई संबोधन इस राय में सामने आए। कलाम सर... के अलावा अनेक बच्चों ने उन्हें अंकल कहने की भी तमन्ना जाहिर की। कुछ ने उन्हें महामहिम तो कुछ ने ग्रेट कलाम सर और कइयों ने उन्हें राष्ट्रपुरुष कहकर पुकारा। कई बच्चों ने डॉ. कलाम के साथ-साथ श्री अटलबिहारी वाजपेयी को भी अपना प्रिय नेता माना है।

मध्यप्रदेश में डॉ. अब्दुल कलाम का नाम सुनते ही बच्चे खिल उठते हैं। डॉ. कलाम के बारे में स्कूली बच्चों की जानकारी सहज ही चमत्कृत करने पर भी विवश करती है। कारमल कॉन्वेंट स्कूल भोपाल की कक्षा सातवीं की छात्रा 12 वर्षीय आयुषी सक्सेना कहती है 'डॉ. कलाम एक मिसाइलमैन के रूप में उन्हें ज्यादा अच्छे लगते हैं क्योंकि उन्होंने अपनी इस छवि के जरिए हमारे दुश्मनों को डराया है।'

आयुषी कहती है वह डॉ. कलाम को 'सर' बुलाना पसंद करेगी। डॉ. कलाम के बारे में उसका मानना है कि अगर वे अपना हेयर स्टाइल बदलेंगे तो और ज्यादा अच्छे लगेंगे। वह यह भी कहती है कि डॉ. कलाम को हमेशा शर्ट इन करके पहननी चाहिए। देश के नेताओं के बारे में उसकी दो टूक राय यह है कि इनमें से आधे खराब और आधे अच्छे हैं। खराब का मतलब वो भ्रष्ट से लगाती है। भोपाल में ही श्री अरविन्दो स्कूल के सातवीं के छात्र 11 वर्षीय आदित्य सक्सेना का नजरिया काफी परिपक्व है।

अपने पिता के साथ नियमित रूप से सम-सामयिक मुद्दोंपर चर्चा करने वाला आदित्य कहता है कि 'डॉ. कलाम अच्छे लगते हैं क्योंकि वे महान वैज्ञानिक हैं और बच्चों से प्यार करते हैं।' डॉ. कलाम को वह किस संबोधन से बुलाएगा इस पर वह बिना सोचे तपाक से कहता है 'दादाजी'। यह पूछने पर कि क्या वह उनमें अपने दादाजी की झलक देखता है, आदित्य ने कुछ ठिठक कर कहा 'हाँ, वे मुझे दादाजी जैसे ही लगते हैं।

डॉ. कलाम के ड्रेस और हेयर स्टाइल के बारे में आदित्य ने कहा कि वे अच्छे लगते हैं लेकिन उनके बाल कुछ ज्यादा बढ़े हुए लगते हैं। नेताओं के बारे में उसकी स्पष्ट राय है कि वे बेईमान होते हैं

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