बड़ी खबर...Apple Hospital ने कोरोना मरीज को थमाया लाखों का बिल, प्रशासन ने कसी नकेल

गुरुवार, 27 अगस्त 2020 (02:21 IST)
इंदौर। कोरोना उपचार के नाम पर लूट मचा रहे निजी अस्पतालों पर जिला प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दी है। पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इंदौर (Indore News) के भंवरकुआं स्थित एप्पल अस्पताल (Apple Hospital) पर छापामार कार्यवाही की, जिसमें कई अनियमितता पाई गई। एक मरीज की शिकायत पर कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर यह कार्यवाही हुई है, जिसमें अस्पताल प्रबंधन और 3 डॉक्टरों को नोटिस जारी किया गया है।
 
कलेक्टर के आदेश पर पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को अस्पताल में छापा मारा था, उसमें बिल और रिकॉर्ड जब्त किए। रिकार्ड के आधार पर जूनी इंदौर एसडीएम और डॉ. अमित मालाकार ने जो जांच प्रतिवेदन तैयार किया, उसमें मुख्य रूप से अस्पताल में इस तरह की अनियमितताएं मिली हैं...
 
- 22 दिन तक कोरोना मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती रखा गया और लगभग 6 लाख का बिल थमा दिया।
- हॉस्पिटल प्रबंधन ने इतने भारी भरकम बिल के बावजूद एक लाख की दवाइयां अलग से मंगवाई।
- पीपीई किट, आइसोलेशन चार्ज और यूनिवर्सल प्रोटेक्शन के नाम पर प्रतिदिन 9000 के हिसाब से राशि वसूल की गई।
 
- आईसीएमआर के निर्देश और डब्लूएचओ की गाइडलाइन के विपरीत एसिंप्टोमेटिक मरीज होने के बावजूद 4 बार आरटी पीसीआर कोविड टेस्ट निजी लैब से करवाया गया, इसमें भी निजी लैब में जो टेस्टिंग चार्ज लगता है, उससे अधिक शुल्क मरीज से वसूल किया गया।। एक बार भी ये टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं थी, इसके बावजूद बार-बार करवाए गए।
* हॉस्पिटल की लूट यही खत्म नही हुई बल्कि तीन से चार डॉक्टरों की रोजाना विजिट करवाकर प्रत्येक डॉक्टर की 3 हजार रुपए फीस चार्ज की गई और 1 लाख की राशि तो डॉक्टरों की विजिट के ही रूप में मरीज से वसूल कर ली।
* छापे के दौरान हॉस्पिटल से जो बिल और रिकार्ड मिले थे, उनकी जांच में भी कई तरह की असमानता नजर आई। हर मरीज से लिए गए शुल्क की राशि में भी अंतर मिला।
प्रशासन के प्रतिवेदन पर बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने डॉ. अजय गुप्ता, डॉ. सुनील मुकाती, डॉ. मिलिंद बालदी (एप्पल हॉस्पिटल) को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि एप्पल हॉस्पिटल में दीपक दुबे पिता माधव मुरारी दुबे को 3 अगस्त 2020 को भर्ती किया गया और 24 अगस्त 2020 को डिस्चार्ज किया गया। इसका बिल 5 लाख 91 हजार 650 बनाया गया। 
 
नोटिस में कहा गया है कि अस्पताल में डॉक्टरों की विजिट 3 हजार रुपए चार्ज की गई, जो कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में अनुचित है। अस्पताल को 3 दिन में जवाब देने को कहा गया है। सनद रहे कि  कलेक्टर मनीष सिंह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि निजी अस्पतालों को कोविड के नाम पर इस तरह की लूट नहीं करने दी जाएगी।

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