इस बीच दिल्ली के 14 निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित आईसीयू बेड भर गए हैं। सरकार की 'दिल्ली कोरोना ऐप' के मुताबिक सरकारी और निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर से लैस 787 आईसीयू बेड हैं जिनमें से मंगलवार शाम 6 बजे तक 278 भर गए हैं। इसी के साथ बिना वेंटिलेटर वाले 1229 कोविड-19 आईसीयू बेडों में से 379 भर गए हैं।
रोहिणी स्थित श्री अग्रसेन इंटरनेशनल हॉस्पिटल (15 आईसीयू बेड) व जयपुर गोल्डन अस्पताल (6 आईसीयू बेड), शालीमार बाग स्थित मैक्स एसएस अस्पताल (5 आईसीयू बेड) और फोर्टिस अस्पताल (5 आईसीयू बेड) उन निजी अस्पतालों में शामिल हैं, जहां वेंटिलेटर से लैस एक भी आईसीयू बेड खाली नहीं है।
द्वारका के वेकेंटश्वर अस्पताल, वसंत कुंज के इंडियन स्पाइनल इंजुरी सेंटर और पंजाबी बाग के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में शाम 6 बजे तक वेंटिलेटर से लैस सभी आईसूई बेड भर गए हैं। मंगलवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में 5,784 बेड कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित हैं जिनमें से 1,584 भर गए हैं।
इससे पहले दिन में स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा था कि सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कुछ निजी अस्पतालों में सभी आईसीयू बेड भर गए हैं तथा संख्या जल्द ही बढ़ाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में मंगलवार को कोरोनावायरस के 992 नए मामले आए और नमूनों के संक्रमित आने की दर 2.70 फीसदी रही।
अधिकारियों ने कहा कि होली की वजह से सोमवार को कम नमूनों की जांच हुई जिस वजह से संक्रमण के मामलों की संख्या कम है। दिल्ली में सोमवार को 1,904 नए मामले आए थे, जो बीते साढ़े 3 महीने में 1 दिन में हुई सर्वाधिक बढ़ोतरी थी। (भाषा)