Weather Prediction : दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में बारिश ने दिलाई भीषण गर्मी से राहत, 1 जून को केरल में मानसून की संभावना

शनिवार, 30 मई 2020 (01:03 IST)
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और हरियाणा तथा पंजाब के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी, जबकि उत्तर प्रदेश और मध्य भारत के कई हिस्सों में भीषण गर्मी रही। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के एक जून को केरल में दस्तक देने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में चंद्रपुरा देश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

मौसम में आए बदलाव से राजस्थान के लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिली जहां अधिकतम तापमान में 6 से 7 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। हालांकि इसके बावजूद राज्य में ज्यादातर स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। राजस्थान में कुछ दिनों पहले अधिकतम तापमान 50.0 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था।

आईएमडी ने कहा, तेलंगाना और विदर्भ को छोड़कर कल देश के अधिकतर हिस्सों में लू का प्रकोप कम हो गया। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के एक जून को केरल में दस्तक देने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा, 30 मई से 2 जून के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू चलने की आशंका नहीं है।मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के एक जून को केरल में दस्तक देने की संभावना है।मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली के अधिकतर हिस्सों में गरज के साथ बारिश हुई, अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। सफदरजंग वेधशाला ने गुरुवार को अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था।

मौसम विभाग ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में आंधी-तूफान और हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है।चंडीगढ़ तथा हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में बारिश हुई, जिससे तापमान में कुछ गिरावट आई और गर्मी से राहत मिली।

मौसम विभाग ने कहा कि चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री कम है। पंजाब के, पटियाला में अधिकतम तापमान सामान्य से 11 डिग्री कम 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लुधियाना में अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अमृतसर का तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हरियाणा के अंबाला, करनाल, हिसार और नारनौल में भी अधिकतम तापमान सामान्य से कम क्रमश: 30.4, 29.8, 37 और 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस सप्ताह के शुरू में पंजाब और हरियाणा में भीषण गर्मी पड़ी थी। मौसम विभाग ने 29 और 30 मई को दोनों राज्यों में कई स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई थी।

मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई स्थानों में पड़ रही भीषण गर्मी जारी है। इटावा राज्य में 43.8 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। बांदा 41 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ राज्य का दूसरा सबसे गर्म स्थान रहा। राज्य की राजधानी लखनऊ में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 35.9 और 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

विभाग ने शनिवार को लखनऊ में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने और आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के पश्चिमी भाग में अलग-अलग स्थानों पर आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की आशंका है। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के लोगों को मौसम की स्थिति में बदलाव के कारण गर्मी से कुछ राहत मिली है।

मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को राज्य में अधिकतम तापमान कोटा में 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं चुरू में यह 43.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं आज बीकानेर में अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 39.0 डिग्री, जैसलमेर में 43.0 डिग्री, बाड़मेर 41.6 डिग्री, जयपुर में 41.8 डिग्री, अजमेर में 41.5 डिग्री व जोधपुर में 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में लोगों को गर्मी से एक बार और राहत मिल सकती है। शनिवार को राज्य के बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा व भरतपुर संभाग में तेज आंधी के साथ वज्रपात व ओलावृष्टि हो सकती है।

मौसम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, वायुमंडल की निचली परत में पूर्वी हवाओं के पश्चिमी विक्षोभ के साथ मिलने तथा अरब सागर से उच्च मात्रा में नमी प्रवाहित होने के कारण राजस्थान में आगामी चार-पांच दिन तेज आंधी आने, बारिश होने व तेज हवाएं चलने का अनुमान है।

अरुणाचल प्रदेश में 24 मई से भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन होने से चीन की सीमा से सटा अन्जाव जिला देश से बाकी भूभाग से कट गया है। जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अन्जाव के उपायुक्त डगबोम रिबा ने बताया कि राजमार्ग के कई स्थानों पर भूस्खलन होने के कारण शेष राज्य से जिले का संपर्क टूट गया है।

रिबा ने कहा कि सड़क संपर्क को बहाल करने की कोशिश की जा रही है और यदि मौसम अनुकूल रहा तो शनिवार तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए सड़क मार्ग दुरुस्त होने तक अन्य राज्यों से जिले में वापस आए लोगों को अस्थाई रूप से नामसाई जिले में पृथक रखा गया है।

इस बीच बड़ी नदियों में जल स्तर घटने से राज्य के अन्य जिलों में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति में सुधार हुआ है। भुवनेश्वर और आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से काल बैसाखी हवाएं चलीं जिससे पेड़ जड़ से उखड़ गए और बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए।

सुबह चार बजे के आसपास शहर में तेज गति से हवाएं चलने के साथ बिजली कड़की और बूंदाबांदी भी हुई। कटक के कुछ हिस्सों में तेज हवा के साथ भारी बारिश भी हुई। अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानों पर ओडिशा अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने सड़कें साफ करना शुरू कर दिया है।
मौसम केंद्र ने ढेंकनाल, बालासोर, मयूरभंज, पुरी, क्योंझर और गंजाम में एक या दो स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने, हल्की बारिश और बिजली कड़कने के साथ तूफान की आशंका जताई है।(भाषा)

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