एमएस धोनी के 'बलिदान बैज' पर बवाल, BCCI धोनी के साथ

शुक्रवार, 7 जून 2019 (12:46 IST)
नई दिल्ली। ICC की आपत्ति के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 'बलिदान बैज' को लेकर महेन्द्रसिंह धोनी का साथ दिया है। बोर्ड का कहना है कि धोनी को बैज हटाने की जरूरत नहीं है।

प्रशासकों की समिति (सीओए) प्रमुख विनोद राय ने शुक्रवार को कहा कि महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपिंग के अपने दस्तानों पर कृपाण वाला चिन्ह लगाना जारी रख सकते हैं क्योंकि यह सेना से जुड़ा नहीं है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि बीसीसीआई ने इसको लेकर आईसीसी से मंजूरी देने के लिए कहा है। 
 
राय ने कहा कि बीसीसीआई पहले ही मंजूरी के लिये आईसीसी को औपचारिक अनुरोध कर चुका है। आईसीसी के नियमों के अनुसार खिलाड़ी कोई व्यावसायिक, धार्मिक या सेना का लोगो नहीं लगा सकता है। हम सभी जानते हैं कि इस मामले में व्यावसायिक या धार्मिक जैसा कोई मामला नहीं है। 
 
आईसीसी की जनरल मैनेजर क्लेअर फर्ग्यूसन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि 'बलिदान बैज' पर अगर बीसीसीआई अनुमति मांगती है तो क्या होगा? आईसीसी को इस पर विचार करना चाहिए। 
 
उल्लेखनीय है कि धोनी के ग्लव्ज पर 'बलिदान बैज' लगा हुआ है, जिसको लेकर आईसीसी ने आपत्ति जताई थी। हालांकि सेना ने कहा कि यह लोगो सेना का नहीं है। दूसरी ओर, बीसीसीआई ने धोनी का साथ देते हुए कहा कि उन्हें बैज हटाने की जरूरत नहीं है। इस संबंध में बीसीसीआई ने आईसीसी से चिट्‍ठी लिखकर इस संबंध में अनुमति मांगी है। 
 
दूसरी ओर ट्‍विटर पर धोनी को लोगों का भरपूर साथ मिला है। #DhoniKeepTheGlove ट्‍विटर पर काफी ट्रेंड हो रहा है। अभिषेक सिंघवी ने लिखा है कि आईसीसी के नियमों के मुताबिक खिलाड़ी किसी राजनीतिक, धार्मिक अथवा किे‍सी नस्ली प्रतीक का उपयोग नहीं कर सकते। धोनी के ग्लव्स में दिख रहे लोगों का संबंध इनमें से किसी से भी नहीं। धोनी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) हैं। 
 
ख्यात लेखक तारेक फतेह ने कटाक्ष करते हुए ट्‍वीट किया कि आईसीसी ने भारतीय विकेट कीपर धोनी को ग्लव्स से भारतीय सेना का प्रतीक हटाने को कहा है, जबकि इसी विश्वकप में कुछ इस्लामी खिलाड़ी बिना मूछ और बड़ी-बड़ी दाढ़ी के साथ खेल रहे हैं।

मेजर जनरल जीडी बख्शी ने एक टीवी चैनल से चर्चा करते हुए कहा कि धोनी को बलिदान बैज को इस्तेमाल करने का अधिकार है और मैं नहीं समझता कि कोई उन्हें इस बैज को हटाने का आदेश दे। यह सम्मान का मामला है। इसमें न तो कुछ राजनीतिक है और न ही धार्मिक। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने कहा कि बीसीसीआई को धोनी का समर्थन करना चाहिए। 

क्या है मामला : विश्वकप में भारत के पहले मैच में धोनी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विकेटकीपिंग दस्तानों पर इंडियन पैरा स्पेशल फोर्स के चिह्न के साथ खेल रहे थे। आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा है कि वह धोनी के दस्तानों पर से यह चिह्न हटवाए। धोनी के दस्तानों पर बलिदान ब्रिगेड का चिह्न है। आईसीसी नियम के मुताबिक आईसीसी के कपड़ों या अन्य वस्तुओं पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेद आदि का संदेश अंकित नहीं होना चाहिए। धोनी के इस कदम की हालांकि सोशल मीडिया पर तारीफ हो रही है।

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