गणगौर कब है 2024 में?

WD Feature Desk

बुधवार, 3 अप्रैल 2024 (13:53 IST)
gangour festival 2024
 
HIGHLIGHTS
 
• गणगौर व्रत तृतीया पर्व कब है 2024 में। 
• अखंड सौभाग्य का पर्व गणगौर तीज।
• गणगौर रंगबिरंगी संस्कृति का अनूठा उत्सव। 

ALSO READ: Chaitra month 2024 | हिंदू कैलेंडर का पहला माह चैत्र मास शुरू, जानें महत्व
 
Gangaur 2024: गणगौर तीज व्रत सुहागिनों के अखंड सौभाग्य के लिए माना जाने वाला एक खास भारतीय त्योहार है। यह पर्व प्रतिवर्ष चैत्र शुक्ल तृतीया के दिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन विधि-विधान से किया जाता है। इस वर्ष यह त्योहार 11 अप्रैल 2024, दिन गुरुवार को मनाया जा रहा है।
 
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन सुहागिन महिलाएं तथा कुंवारी कन्याएं व्रत रखकर माता गौरा तथा शिव का पूजन करती है। गण का अर्थ भगवान शिव एवं गौर का अर्थ माता पार्वती से होने के कारण इस त्योहार का महत्व अधिक बढ़ जाता है।  
 
पुराणों के अनुसार भगवान शिव और माता पार्वती हमारे आराध्य तथा पूज्य हैं। इस दिन भगवान शिव ने पार्वती जी को तथा पार्वती जी ने समस्त स्त्री-समाज को सौभाग्य का वरदान दिया था। अत: महिलाओं नाच-गाकर, पूजा-पाठ कर हर्षोल्लास से यह त्योहार मनाती हैं। इस दिन सुहागिनें दोपहर तक व्रत रखती हैं। 
 
आइए यहां जानते हैं वर्ष 2024 में गणगौर तीज का त्योहार कब मनाया जा रहा है... 
 
गणगौर तीज पर्व 2024 के शुभ मुहूर्त : Gangaur Teej Date Muhurat 2024
 
गणगौर पूजा का दिन गुरुवार, 11 अप्रैल 2024
 
चैत्र शुक्ल तृतीया तिथि का प्रारंभ- 10 अप्रैल 2024 को 09.02 ए एम से,
चैत्र तृतीया का समापन- 11 अप्रैल 2024 को 06.33 ए एम पर।
 
11 अप्रैल : दिन का चौघड़िया
शुभ- 05.32 ए एम से 07.02 ए एम
चर- 10.00 ए एम से 11.30 ए एम
लाभ- 11.30 ए एम से 12.59 पी एम
अमृत- 12.59 पी एम से 02.29 पी एम
शुभ- 03.58 पी एम से 05.27 पी एम
 
रात्रि का चौघड़िया
अमृत- 05.27 पी एम से 06.58 पी एम
चर- 06.58 पी एम से 08.29 पी एम
लाभ- 11.30 पी एम से 12 अप्रैल को 01.00 ए एम
शुभ- 02.31 ए एम से 12 अप्रैल 04.02 ए एम
अमृत- 04.02 ए एम से 12 अप्रैल 05.32 ए एम तक।
 
अन्य शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त- 03.56 ए एम से 04.44 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 04.20 ए एम से 05.32 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11.06 ए एम से 11.54 ए एम
विजय मुहूर्त- 01.29 पी एम से 02.17 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05.25 पी एम से 05.50 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 05.27 पी एम से 06.40 पी एम
अमृत काल- 02.53 पी एम से 04.23 पी एम
निशिता मुहूर्त- 11.06 पी एम से 11.54 पी एम
रवि योग- 05.32 ए एम से 05.08 पी एम। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

ALSO READ: Chaitra Navratri 2024 : चैत्र नवरात्रि में किस पर सवार होकर आ रही हैं मां दुर्गा, जानें भविष्यफल

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी