Monsoon Diet Tips: मॉनसून में अपनी डाइट का रखें विशेष ख्याल, जानिए आहार विशेषज्ञ की सलाह

मॉनसून का मौसम अधिकतर लोगों को खूब भाता है व गर्मी से निजात दिलाता है। लेकिन इसके साथ ही कई परेशानियां भी दस्तक देती हैं। इस मौसम में सर्दी-खांसी, उल्टी-दस्त व फ्लू जैसी समस्याएं भी सामने आती हैं इसलिए स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से बचे रहने के लिए जरूरी है डाइट में जरूरी बदलाव करने की। सही आहार हमें तंदुरुस्त बने रहने में बहुत मदद करता है।
 
सही फूड्स आपकी इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करते हैं, जो आपको कई बीमारियों से बचाए रखता है। इसलिए शरीर को अंदर से मजबूत बनाने के लिए नेचुरल इम्युनिटी बूस्टर की आवश्यकता है, जो इस मौसम में आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाए रखने के लिए जरूरी है। ऐसी क्या चीजें हैं, जो आपको मॉनसून के मौसम में अपनी डाइट में शामिल करनी चाहिए? इस बारे में आपको पता होना चाहिए।
 
हमारे किचन में स्वास्थ्यवर्धक कई ऐसी चीजें मौजूद हैं, जो एक नेचुरल इम्युनिटी बूस्टर का काम करती हैं। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए हमने बात की आहार विशेषज्ञ डॉ. विनीता मेवाड़ा से। आइए जानते हैं।

 
आहार विशेषज्ञ डॉ. विनीता मेवाड़ा बताती हैं कि मॉनसून जहां गर्मी से राहत दिलाता है, वहीं यह कई बीमारियों को भी न्योता देता है। ऐसे में अगर आप अपने खाने-पीने का ख्याल न रखें तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। मानसून के कारण होने वाली बीमारियों से बचना है तो अपने आहार का ध्यान बहुत अच्छे से रखिए। बारिश के मौसम में हमारा पाचन तंत्र अक्सर कमजोर हो जाता है और हमें पेट संबंधी समस्या होने का खतरा भी बना रहता है, जैसे फूड पॉइजनिंग, बदहजमी, डायरिया आदि। इसलिए कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।
 
सबसे पहले जितना हो सके, बाहर के खाने से बचें। घर का अच्छी तरह पका हुआ खाना ही खाएं।
 
मौसम के अनुरूप सब्जियों एवं फलों का सेवन करें। वहीं ध्यान रखें कि जब भी बाहर से सब्जियां खरीदें, इन्हें अच्छी तरह से साफ करके व धोकर ही उपयोग करें। आप नमक के पानी से इन्हें धोकर इस्तेमाल करें।
 
ढेर सारा पानी पीएं। मॉनसून में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए तरल पदार्थों का बहुत अच्छे से उपयोग करें। हो सके पानी को उबालकर एवं ठंडा करके उपयोग करें जिससे कि पानी में पाए जाने वाले बैक्टरीरिया से होने वाले संक्रमण से आप बच सकें।
 
तुलसी, अदरक, लौंग व दालचीनी आदि को आपके भोजन में जरूर शामिल करें। इससे आपको अच्छे Antioxidant मिलेंगे जिससे कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इन्हें आप चाय, सूप, काढ़ा आदि में उपयोग में ला सकते हैं।
 
बहुत ज्यादा तीखे मसाले, तैलीय व भोज्य पदार्थ का उपयोग न करें। इससे अकसर अपच की समस्या बनी रहती है।
 
इस मौसम में गलत तरीकों से सलाद और सब्जियां खाने से भी आप बीमार पड़ सकते हैं, इसलिए सलाद खाते वक्त भी बहुत ध्यान रखने की जरूरत है।
 
बरसात के मौसम में सब्जियों में कीड़े, फंगस और बैक्टीरिया आदि बहुत अधिक पनपते हैं इसलिए कच्ची और हरी सब्जियों को खाने से बचना चाहिए और अगर उपयोग करते भी हैं तो उन्हें उबालकर ही उपयोग करें।
 
अंकुरित अनाज से अच्छा प्रोटीन तो मिलता है, पर इस मौसम में अंकुरित अनाज से भी फूड पॉइजनिंग का खतरा बना रह सकता है। बेहतर होगा कि आप इसे थोड़ा उबालकर या पकाकर ही खाएं।
 
नॉनवेज का उपयोग अच्छे से साफ करके एवं अच्छी तरह पकाकर ही करें।
 
इस मौसम में मिलने वाले भुट्टे में पर्याप्त मात्रा में फाइबर मिलता है एवं अन्य पोषक तत्व भी शामिल होते हैं। भुट्टे को उबालकर या भूनकर उपयोग में लाया जा सकता है। संतुलित आहार का सेवन करें। खाने में ताजे दही को शामिल करें।
 
रात में सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करें, क्योंकि यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है।
 

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