रोज 10 मिनट का ध्यान बदल देगा आपकी जिंदगी, रिसर्च में हुआ साबित
भारत में मेडिटेशन यानि ध्यान पर जोर दिया गया है, आज भी भारत में लोग मानसिक शांति और अपने आंतरिक विकास के लिए ध्यान का सहारा लेते हैं, लेकिन यह बात अब एक रिसर्च से भी साबित हो गई है।
मेडिटेशन एकाग्रता बढ़ाने का काम करता है। रिसर्च में यह बात सामने आई है। 8 हफ्तों तक रोजाना मेडिटेशन करने वाले 10 स्टूडेंट्स पर वैज्ञानिकों ने रिसर्च की। ये स्टूडेंट्स हफ्ते में 5 दिन रोजाना 10 मिनट तक मेडिटेशन करते थे। रिसर्च के बाद इन स्टूडेंट्स के ब्रेन की स्कैनिंग की गई। स्कैनिंग रिपोर्ट में सामने आया कि इससे ब्रेन में ऐसे बदलाव होते हैं जो एकाग्रता को बढ़ाते हैं।
रिसर्च करने वाली न्यूयॉर्क की बिंगहैम्प्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है, मेडिटेशन ब्रेन के उन दो कनेक्शन को जोड़ता है जो एकाग्रता के साथ सोचने और ध्यान लगाने के लिए प्रेरित करता है।
इस रिसर्च के नतीजे कम्प्यूटर नीति विशेषज्ञ जॉर्ज वेंसचेंक और न्यूरोइमेजिंग एक्सपर्ट के बीच हुई बातचीत और एक प्रयोग के आधार पर जारी किए गए हैं। डॉ. वेंसचेंक लम्बे समय से मेडिटेशन कर रहे हैं और न्यूयॉर्क की नामग्याल मोनेस्ट्री में रिसर्च कर रहे हैं। इस मोनेस्ट्री का कनेक्शन जाने-माने अध्यात्मिक गुरु दलाई लामा से है।
इसके लिए डॉ. वेंसचेंक ने 8 हफ्तों तक 10 स्टूडेंट्स पर रिसर्च की। रिसर्च से पहले और बाद में इन स्टूडेंट्स की एमआरआई की। एमआरआई के जरिए दिमाग के पैटर्न को समझा गया। रिपोर्ट से पता चला कि मेडिटेशन पर रिसर्च से पहले उनका दिमाग एकाग्र नहीं था। रिसर्च के बाद दिमाग में एकाग्रता बढ़ती हुई दिखाई दी।
ध्यान कैसे लगाते हैं? इसकी शुरुआत कैसी करनी है? क्या फर्श पर बैठना चाहिए? क्या ऐप की मदद लेनी चाहिए? कोई मंत्र का जाप करना चाहिए? मेडिटेशन टीचर्स और साइकोलॉजिस्ट कहते हैं कि ध्यान लगाने का हर किसी का अपना तरीका हो सकता है, जो आपको सही लगे उसे अप्लाई करना चाहिए
जब आप ध्यान लगाने के बारे में सोचते हैं तो दिमाग में क्या आता है? एक कमल का पोज, योगा मैट, खूबसूरत कमरा? अगर आपको प्रैक्टिस करने में यह कंफर्टेबल लगता है तो बहुत अच्छा है। वहीं कुछ लोग सीधे लेटने, कुर्सी पर बैठना पसंद करते हैं। इसका मकसद होता है ऐसा पोज खोजना जहां आपका शरीर शांति और मजबूत महसूस करता है।
कुल मिलाकर सिर्फ 10 मिनट का ध्यान आपके जीवन को सुंदर बनाएगा। एकाग्र करेगा और जिसका परिणाम यह होगा कि आप जो भी काम करेंगे, वो बेहतर तरीके से होगा।