इस तरह बना कांग्रेस का चुनाव चिह्न हाथ का पंजा

देवरिया। आपातकाल के बाद 1977 में हुए लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। उस चुनाव में स्वयं इंदिरा गांधी के साथ उनके सभी दिग्गजों को करारी हार का सामना करना पड़ा था और श्रीमती गांधी को जेल भी जाना पड़ा था।
 
पार्टी सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि आपातकाल के बाद 1977 में हुए लोकसभा के चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मायूसी छाई हुई थी। हार के बाद आत्ममंथन में जुटी कांग्रेसी खेमे ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के मईल में सरयू किनारे प्रवास कर रहे सिद्ध संत देवरहा बाबा के दर्शन करने की सलाह दी थी।
 
श्रीमती इंदिरा गांधी सिद्ध संत देवरहा बाबा के दर्शन के लिए देवरिया से 40 किलोमीटर दूर उनके आश्रम पर पहुंची। बाबा ने इंदिरा गांधी को दर्शन के बाद हाथ उठाते हुए आशीर्वाद दिया था और कहा कि यही हाथ तुम्हारा भला करेगा।
 
बताया जाता है कि इंदिरा गांधी ने बाबा के इस आशीर्वाद को मन से लगा लिया। वहां से वापस आने के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से चुनाव निशान गाय-बछड़ा के स्थान पर हाथ का पंजा आवंटित करने की मांग की और यह चुनाव चिन्ह आज तक चल रहा है।

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