छाते में जहर लगाकर मारने की भी कोशिश, जानिए चर्चा में रही ऐसी ही साजिशों के बारे में

सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की संदिग्ध हालात में मौत से दुनियाभर में हलचल बन गई है। ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ के लिए लिखने वाले खशोगी की तुर्की के इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के दूतावास में हत्या हुई। हत्या के लिए सऊदी अरब को जिम्मेदार ठहराया गया। खशोगी ही नहीं, दुनियाभर में कई ऐसे ही दुश्मनों को मारने के लिए साजिशें रची गई थीं। किसी के छाते में जहर लगाया गया तो किसी को पोटेशियम का इंजेक्शन देकर मारा गया। ऐसे ही कुछ मामलों पर एक नजर...
 
कास्त्रो पर हुए थे 634 नाकाम हमले : क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो को मारने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने कई कोशिशें कीं, लेकिन वे नाकाम रहे। कास्त्रो के एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि उन पर कुल 634 हमले हुए थे। इस पर उन्होंने एक किताब भी लिखी ‘एक्जीक्यूटिव एक्शन : 634 वेज़ टू किल फिदेल कास्त्रो’।
 
एक बार तो कास्त्रो को संयुक्त राष्ट्र के दौरे में विस्फोटक से भरा सिगार दिया जाने वाला था। साल 2000 में भी पनामा दौरे में कास्त्रो को मारने की कोशिश की गई थी। जिस पोडियम पर उन्हें भाषण देना था, उसके नीचे 90 किलो विस्फोटक छुपाया गया था। बताया जाता है कि जब अमेरिका सभी तरीके अपनाकर थक गया था तो उसने कास्त्रो को खुद गोली मारने तक का निमंत्रण दे दिया था।
 
कांगो के पहले पीएम पर वायरस हमला लेकिन... : सीआईए ने 1960 में कांगो के पहले प्रधानमंत्री पैट्रिक ल्यूमुम्बा को मारने के लिए एक वैज्ञानिक के साथ जानलेवा वायरस भेज दिया था। सीआईए ने इसलिए हमले की साजिश रची थी, क्योंकि ल्यूमुम्बा रूस के बेहद करीबी थे। तब रूस और अमेरिका में शीत युद्ध चल रहा था। जब तक ल्यूमुम्बा पर हमला हो पाता, वहां ऐसे हालात बने कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। 
 
फिल्म ‘राज़ी’ में दिखाया गया था ‘अम्ब्रेला मर्डर’ : बुल्गारिया में लेखक ग्रेगोरी मारकॉव को मारने के लिए छाते पर जहर लगा दिया गया था। 1978 में जब पर बस स्टैंड पर खड़े थे तो उन्हें अपनी गर्दन में चुभन महसूस हुई थी। उन्होंने देखा कि एक शख्स नीचे गिरा छाता उठाते हुए उनसे माफी मांग रहा है। जांच में पाया गया कि छाते में जहर लगा था जिससे उनकी मौत हो गई थी। मारकॉव पर हुए इस हमले को ‘अम्ब्रेला मर्डर’ के नाम से जाना जाता है। बता दें कि अभिनेत्री आलिया भट्ट स्टारर फिल्म ‘राज़ी’ में भी ऐसा ही सीन फिल्माया गया था।
 
ईरान में इंजेक्शन से दिया था हार्ट अटैक : ईरान में 1988 से 1998 के बीच 100 बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुईं। ये सभी सांस्कृतिक और राजनीतिक विरोधी थे। किसी को कार दुर्घटना तो किसी को पोटेशियम का इंजेक्शन दिया गया जिससे हार्ट अटैक आने के बाद उनकी मौत हो गई। वहां के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खमेनाई ने हत्या के आरोपों से इनकार किया, लेकिन बाद में घोषणा की गई कि खुफिया मंत्रालय में कुछ शरारती तत्वों ने ऐसी हत्याओं को अंजाम दिया है।
 
किम जोंग के भाई की हत्या : 2017 में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के सौतेले भाई किम जोंग-नाम की कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर वीएक्स नर्व एजेंट देकर हत्या की गई थी। यह हमला दो महिलाओं ने किया था जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।
 
पार्क में जहर देने की कोशिश, बिगड़े थे रूस-ब्रिटेन के संबंध : 2018 में ब्रिटेन के सैलिसबरी में रूस के डबल एजेंट सर्गेई स्क्रीपल और उनकी बेटी यूलिया को जहर देकर मारने की कोशिश की गई। दोनों पार्क में बैठे थे, तभी उनके पास बैठे शख्स ने सुई जैसी कोई चीज़ चुभा दी थी। दोनों इलाज के बाद बच गए। सर्गेई शुरू में रूस के लिए इंग्लैंड से जासूसी कर रहे थे, लेकिन बाद में इंग्लैंड की खुफिया एजेंसी के भी जासूस बन गए थे। इस हमले को लेकर ब्रिटेन सरकार ने रूस के जिम्मेदार ठहराया था।

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