दिल्ली कैपिटल्स के ऋषभ पंत के लिए निर्णायक होगा IPL-13

शनिवार, 19 सितम्बर 2020 (23:31 IST)
दुबई। भारतीय क्रिकेट टीम (Indian cricket team) के सबसे सफल विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के पिछले महीने संन्यास लेने की घोषणा के बाद अब उनके विकल्प के तौर पर सभी नजरें युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) पर टिक गई हैं।

भारतीय कप्तान विराट कोहली Virat Kohli), सीमित ओवरों के उपकप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और पंत की आईपीएल टीम (IPL Team) दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के मुख्य कोच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने पंत का लगातार समर्थन किया है लेकिन पिछले एक वर्ष के अंतरराष्ट्रीय आंकड़े पंत का समर्थन नहीं कर पा रहे हैं।

इंग्लैंड में पिछले वर्ष हुए एकदिवसीय विश्व कप के बाद से पंत ने 11 टी-20 पारियों में मात्र एक अर्धशतक बनाया है और वे अपनी प्रतिभा के साथ पूरी तरह न्याय नहीं कर पाए हैं। पंत ने 16 वनडे के अपने करियर में मात्र एक अर्धशतक बनाया है। पंत विस्फोटक बल्लेबाज हैं और उनमें मैच का रुख बदलने की क्षमता है लेकिन निर्णायक मौकों पर विकेट गंवाने की कमजोरी उनके आड़े आ रही है। ऐसे में आईपीएल का 13वां सीजन दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज पंत के करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।

दिल्ली के पंत के लिए आईपीएल हालांकि अच्छा मंच रहा है जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है।आईपीएल के आंकड़ों को देखें तो पंत ने पिछले तीन सत्र में न केवल अपनी टीम की ओर से बल्कि टूर्नामेंट के सभी खिलाड़ियों के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है। पंत पिछले तीन सत्रों के दौरान सबसे ज्यादा रन और छक्के जड़ने वाले खिलाड़ी हैं।

किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर अपनी छाप छोड़ने वाले पंत ने पिछले तीन आईपीएल सत्रों में 88 छक्कों की मदद से 1538 रन बनाए हैं। उनके बाद उनके दिल्ली टीम साथी शिखर धवन ने 1497, सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने 1333 और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली ने 1302 रन बनाए हैं।

22 वर्षीय पंत ने आईपीएल में 54 मैचों में 36 के औसत से 1736 रन बनाए हैं। 50 से ज्यादा आईपीएल मैच खेलने वाले खिलाड़ियों में पंत मुंबई इंडियन्स के कीरोन पोलार्ड और इयान हार्वे के अलावा तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका औसत 30 से ऊपर और स्ट्राइक रेट 150 से अधिक है।

तेज गेंदबाजी और स्पिन के खिलाफ पंत का पिछले तीन सत्र में औसत और स्ट्राइक रेट 39 और 177 तथा 42 और 157 का है। टीमें मध्य ओवरों में लेग स्पिनरों को अपने सबसे बड़े हथियार के तौर पर इस्तेमाल करती हैं लेकिन पंत का लेग स्पिनरों के खिलाफ औसत 56 का और स्ट्राइक रेट 160 का है। ऑफ स्पिन के खिलाफ उनका औसत 38 और स्ट्राइक रेट 151 का है। बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के सामने उनका औसत 36 का और स्ट्राइक रेट 201 का है। आईपीएल की टीमों में एकमात्र किंग्स इलेवन पंजाब है जिसने उनका स्ट्राइक रेट 150 से नीचे रखा है।

ख्यातिप्राप्त अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों में केवल जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव ही पंत के खिलाफ प्रभावी साबित हुए हैं। राशिद खान, इमरान ताहिर, जोफ्रा आर्चर और सुनील नरायण को उनके खिलाफ मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। इन चारों के खिलाफ पंत का सबसे कम औसत इमरान ताहिर के खिलाफ 32 का है जबकि सबसे कम स्ट्राइक रेट राशिद खान के खिलाफ 146 का है। पंत का पहले बल्लेबाजी करने के दौरान 44 का औसत और 175 का स्ट्राइक रेट है जबकि लक्ष्य का पीछा करने के दौरान उनका औसत 37 का और स्ट्राइक रेट 161 का है।

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में परिस्थिति भारत से भिन्न होंगी। भारत में ओवरआल आईपीएल में जहां औसतन 5.63 गेंदों पर बाउंड्री लगती है वहीं 2017 के बाद से अबुधाबी में टी-20 में औसतन आठ गेंदों पर एक बार, दुबई में सात गेंदों में एक बार और शारजाह में छह गेंदों में एक बार गेंद सीमा रेखा के पार जाती है। यहां औसत स्कोर भी भारत के मुकाबले कम खड़ा होता है। ऐसे में पंत को यूएई में अधिक प्रयास करना होगा।

आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान रहे और पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को पंत के प्रति कोई खास सहानभूति नहीं है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मुकाबले आईपीएल में आप कमजोर गेंदबाजों को निशाना बना सकते हैं और उसके ऊपर टीम से बाहर निकाले जाने की संभावना भी कम होती है।

गंभीर ने कहा, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एक खिलाड़ी को तैयार करने के बजाय अच्छा प्रदर्शन करना होता है। अगर आपको किसी खिलाड़ी को तैयार करना है, तो उसके लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट है। कई खिलाड़ी अपनी बारी का इंतजार कर रहे होते हैं और ऐसे में आपको यह तय करना होगा कि आप एक खिलाड़ी को कितने मौके देना चाहते हैं। आप केवल प्रतिभा के आधार पर लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल सकते।

ऐसे में पंत अगर आईपीएल के पिछले तीन संस्करणों में खेले गए प्रदर्शन को जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें अधिक कुशलता से गेंदों को हिट करना होगा। किसी भी तरह अगर वे लगातार चौथे आईपीएल में सफल होते हैं, तो वे अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर उठ रहे कई सवालों के जवाब देने में सफल होंगे।(वार्ता)

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