संक्रांति : त्योहार एक, नाम अनेक

प्यारे बच्चों,
 
नए साल का पहला त्योहार मकर संक्रांति हमारे यहां बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन बच्चे-बड़े, बुजुर्ग सभी आसमान में पेंच लड़ाते और काटते हैं। चारों ओर काटो रे..., काटो रे... का शोर सुनाई पड़ता है।
 
बच्चों, क्या तुम जानते हो कि अलग-अलग राज्यों में इसे कैसे मनाया जाता है। आओ बताती हूं...
 
बच्चों, मकर संक्रांति को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। हरियाणा व पंजाब में इसे लोहड़ी के रूप में मनाते हैं, तो उत्तरप्रदेश व बिहार में इसे खिचड़ी कहा जाता है। उत्तरप्रदेश और बिहार में मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी बनाकर खाने और खिचड़ी से बने पकवान दान करने की प्रथा होने से यह पर्व खिचड़ी के नाम से प्रसिद्ध हो गया है। 
 
असम में इस दिन बिहू त्योहार कहा जाता है। दक्षिण भारत में इसे पोंगल का पर्व कहते हैं। यहां इस दिन तिल, चावल, दाल की खिचड़ी बनाई जाती है। झारखंड और मिथिलांचल के लोगों का मानना है कि मकर संक्रांति से सूर्य का स्वरूप तिल-तिल बढ़ता है, अतः वहां इसे तिल संक्रांति कहा जाता है।
 
तो बच्चों, है ना त्योहार एक, नाम अनेक। 
 
सभी को मकर संक्रांत‍ि की शुभकामनाएं....!!!!!!!!!!
 
आपकी दीदी
मौली 

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