मैच में नहीं लगा एक भी छक्का, भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे मैच की 10 खास बातें...

मेलबोर्न में खेले गए तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर इस ऑस्ट्रेलियाई दौरे को यादगार बना दिया। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ऐसे पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने कप्तान की भूमिका निभाते हुए पहली बार में ही विदेशी सरजमीं पर अपनी टीम का नाम रोशन कर दिखाया। इस ऐतिहासिक वनडे मैच से जुड़ीं 10 खास बातें जिसके चलते टीम इंडिया की झोली में मैच के साथ-साथ सीरीज भी आ गई।
 
 
1. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी तीनों वनडे मैचों में बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में खरे उतरे हैं। तीनों मैचों में उनकी बल्लेबाजी की बात की जाए तो पहले मैच में 96 गेदों पर 51 रन जिसमें (4 चौके  और 1 छक्का), दूसरे मैच में 54 गेंदों पर 55 रन जिसमें (2 छक्के) और सीरीज के अंतिम मैच की बात करें तो 114 गेंदों पर 87 रनों की नाबाद पारी खेली जिसमें (6 चौके) शामिल हैं। 
 
2. कप्तान विराट कोहली ने इस पूरी सीरीज में दूसरे मैच में अपनी अहम भूमिका निभाई और अपनी 104 रनों की शतकीय पारी से सभी को अपना मुरीद कर दिया। इस शतकीय पारी में विराट ने (112 गेंदों में 5 चौके और 2 छक्के) जड़े।
 
3. भारतीय टीम के यजुवेंद्र चहल ने अपनी गेंदबाजी से इस मैच में चार चांद लगा दिए। चहल ने 10 ओवरों में 42 रन देकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के 6 बल्लेबाजों को पैवेलियन का रास्ता दिखाया। 
 
4. इस मैच की एक सबसे खास बात यह भी रही कि इस पूरे मैच की दोनों पारियों में किसी भी टीम के खिलाड़ी ने एक भी छक्का नहीं लगाया।
 
5. इस ऐतिहासिक मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम का एक भी खिलाड़ी 60 रनों तक नहीं पहुंच पाया। पूरी टीम से सर्वाधिक (58) रन पीटर सिडल के बल्ले से निकले।
 
6. ऑस्ट्रेलियाई टीम से जॉय रिचर्ड्सन, पीटर सिडल और मार्कस स्टोइनिस ने 1-1 विकेट झटके।
 
7. इस वनडे मैच में माही ने 34वां रन लेने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में अपने 1,000 वनडे रन पूरे करने का भी रिकॉर्ड अपने नाम किया। इसके पहले 3 भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की धरती पर 1,000 वनडे रन पूरे कर चुके हैं जिनमें सचिन तेंडुलकर, विराट कोहली और रोहित शर्मा और अब धोनी इस उपलब्धि को हासिल करने वाले भारत के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं।
 
8. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबोर्न में खेले गए तीसरे और सीरीज के फाइनल वनडे में धोनी और केदार जाधव ने 107 गेंदों पर 100 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। 
 
9. लोकेश राहुल और हार्दिक पांड्या के सीरीज से बाहर होने के बाद भी टीम इंडिया ने शानदार जीत हासिल कर इन दोनों की कमी को पूरा किया।
 
10. भुवनेश्वर कुमार ने आरोन फिंच और एलेक्स कैरी को आउट कर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर जो दबाव बनाया, उसका पूरा फायदा यजुवेंद्र चहल ने उठाया। चहल ने 6 विकेट लेकर न सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ी, बल्कि कुलदीप यादव पर भी बेहतर प्रदर्शन का दबाव बढ़ाया।
 

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