कब बनेगा अपना घर, कब आएगी अपनी गाड़ी, क्या कहती है कुंडली आपकी

दुनिया में हर किसी की यही जरूरत है कि उसका अपना एक घर हो और उसका अपना वाहन हो। आइए जानें कुंडली के कौन से योग आपको वाहन और घर का सुख दे सकते हैं और इन्हें पाने के लिए क्या किया जा सकता है? 
 
* अपना घर खरीदने या बनाने के लिए चन्द्र और मंगल कुंडली में मजबूत होने चाहिए। 
 
* जिनकी कुंडली में चौथा भाव बली हो उसका घर अवश्य बनेगा। जितने बली ग्रह चौथे भाव पर होंगे उतने ही घर जातक के होंगे लेकिन अगर राहु का प्रभाव चौथे भाव पर हो तो वह अपने घर का सुख नहीं ले सकेगा। हो सकता है घर तो आलिशान हो लेकिन खुद सरकारी मकान में रहे। 
 
*  शुक्र जितना अच्छा होगा घर उतना ही आलिशान होगा, भव्य होगा। 
 
*  मंगल अगर नीच का हो साथ ही राहु से पीड़ित हो तो घर सुन्दर नहीं होगा और घर में रहकर सुख नहीं मिलेगा। 
 * चंद्र खराब हो तो घर बनाने में परेशानी आती है और मां-बाप का सहयोग नहीं मिलता।
 
उपाय :- 
 
* चांदी का चोकोर टुकड़ा हमेशा अपने पूजा स्थान में रखें। 
 
* सोना चांदी और तांबा इन तीन धातुओं की अंगूठी अनामिका में पहनें। 
 
* 11 मंगलवार गरीबों को मिठाई बाटें। 
 
*राहु का प्रभाव हो तो घर से कूड़ा करकट बाहर निकालें।  
 
* खराब इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान घर से बाहर करें और मां दुर्गा या भैरव की आराधना करें। 
 
* राहु इंसान को चाहकर भी वाहन नहीं खरीदने देता। 
 
* शुक्र और चौथा भाव कमजोर हो तो सामर्थ्य होने के बाद भी इंसान वाहन नहीं खरीद सकता।  
 
* राहु-शनि-मंगल चौथे भाव को प्रभावित करें तो गाड़ी का इंजन जल्दी-जल्दी खराब होता है अर्थात गाड़ी अधिकतर समय गैराज में ही रहती है चन्द्रमा खराब हो तो ड्राइविंग सही नहीं होती और दुर्घटनाएं हो जाती है। 
 
* दोषी ग्रह, नीच ग्रह, मारकेश के रंग की गाड़ी कदापि न लें। मंगल शनि खराब हों तो काली, लाल व नीले रंग की गाड़ी न खरीदें। गाड़ी का नंबर जन्मांक के विपरीत न लें। लोहे का दान करें। 
 
सबसे सरल उपाय यह है कि किसी भी मंदिर में देवता के वाहन को पहले पूजें। जैसे शिव मंदिर में नंदी को, गणेश मंदिर में चूहे को, दुर्गा मंदिर में सिंह को और बाद में प्रतिमा की पूजन करें।  

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