लोकसभा चुनाव 2019 के 10 जबरदस्त योद्धा, इन हाईप्रोफाइल सीटों पर अटकी है इनकी सांसें...

मंगलवार, 9 अप्रैल 2019 (10:28 IST)
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी दलों ने कमर कस ली है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के धुरंधर एक दूसरे पर चुनावी तीर छोड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देशभर में अपने अपने दलों के समर्थन में माहौल बनाने की कवायद कर रहे हैं तो अन्य दिग्गज अपने-अपने क्षेत्रों में चुनावी कवायद में जुटे हुए हैं। ये दिग्गज पार्टी के लिए स्टार प्रचारक की भूमिका में तो है ही साथ ही खुद भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आइए डालते हैं 10 दिग्गज नेताओं और उनकी सीटों पर एक नजर...  
 
नरेंद्र मोदी - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बनारस से चुनाव मैदान में उतरे हैं। मोदीजी 2014 में भी इसी सीट से चुनाव लड़े थे। इन 5 सालों में उन्होंने बनारस में विकास की गंगा बहा दी। बाबा विश्‍वनाथ की नगरी में मोदी लहर स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। इस बार विपक्ष के पास काशी में मोदी को टक्कर देने वाला कोई भी नेता नहीं है। बहरहाल लोग यह जानने को उत्सुक है कि क्या मोदी इस सीट से जीत का रिकॉर्ड बना पाने में सफल होंगे। 
 
राहल गांधी - कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2019 के चुनावी रण में अमेठी और वायनाड दो जगह से चुनाव लड़ रहे हैं। अमेठी और वायनाड दोनों ही कांग्रेस के गढ़ माने जाते हैं। अमेठी में इस चुनाव में राहुल के सामने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कड़ी चुनौती पेश कर रही है। भाजपा का दावा है कि स्मृति के डर से राहुल अमेठी से वायनाड भाग गए हैं। बहरहाल राहुल का दावा है कि वह वायनाड से चुनाव लड़कर दक्षिण में भी पार्टी को मजबूती देना चाहते हैं।
 
अमित शाह - भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पार्टी ने गुजरात की गांधीनगर सीट से लालकृष्ण आडवाणी के स्थान पर चुनाव मैदान में उतारा है। यह सीट शुरू से ही भाजपा के लिए काफी हाईप्रोफाइल मानी जाती है। आडवाणी 1991 में पहली बार यहां से चुनाव जीते थे। इसके बाद 1998 से 2014 तक लगातार 5 बार सांसद चुने जा चुके हैं। उनसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। कांग्रेस ने यहां से अपने विधायक सीजे चावड़ा को टिकट दिया है। शाह को चुनावी राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। ऐसे में सभी यह जानना चाहते हैं कि शाह भाजपा के गढ़ में कितनी बड़ी जीत दर्ज कर पाते हैं। 
 
राजनाथ सिंह - केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह 2014 की तरह ही एक बार फिर लखनऊ से चुनाव मैदान में है। यह सीट में भाजपा का गढ़ मानी जाती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 1991 से 2009 तक संसद में लखनऊ का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। माना जा रहा है कि सपा यहां से हाल ही में भाजपा से पार्टी में आए शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को टिकट दे सकती है। इस स्थिति में कांग्रेस भी यहां से अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। 
  
नितिन गडकरी - केंद्रीय मंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी नागपुर से चुनाव मैदान में है। गडकरी का नाम भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार किया जाता है। गडकरी को भाजपा में मोदी के बाद प्रधानमंत्री पद के दूसरे दावेदार के रूप में भी देखा जाता है। उन्होंने नागपुर के विकास को नई दिशा दी है। 2014 के चुनाव में गडकरी ने दिग्गज कांग्रेस नेता विलास मतुमवार को यहां मात दी थी।
 
अखिलेश - उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस बार आजमगढ़ से चुनाव मैदान में है। आजमगढ़ को सपा का गढ़ माना जाता है। 2014 के चुनाव में मुलायम ने यहां जबरजस्त जीत हासिल की थी। सपा, बसपा और रालोद के बीच हुए महागठबंधन का फायदा भी यहां अखिलेश को मिलता दिखाई दे रहा है।
 
दिग्विजय सिंह - वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री इस बार भाजपा के गढ़ रहे भोपाल से चुनावी मैदान में उतरे हैं। उनके सामने यहां से जीतना बड़ी चुनौती नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि भाजपा भी यहां से किसी दिग्गज को टिकट दे सकती है। शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, साध्वी प्रज्ञा से लेकर आडवाणी की बेटी प्रतिभा आडवाणी तक के नाम भोपाल से चर्चा में है।
 
हेमा मालिनी - फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी चुनावी रण में एक बार फिर मथुरा से अपनी किस्मत आजमा रही है। 2014 के चुनाव में उन्होंने दिग्गज रालोद नेता जयंत चौधरी को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। हालांकि सपा, बसपा और रालोद गठबंधन के चलते इस बार उनकी राह आसान नहीं है। हेमा इस चुनाव में अपने चुनाव प्रचार के तरीकों से भी चर्चा में बनी हुई है। कभी वह ट्रेक्टर चलाती दिखाई दे रही है तो कभी खेतों में फसल काटते उनका फोटो वायरल हो जाता है। 
 
राज्यवर्धन सिंह राठौर - राजस्थान की जयपुर ग्रामीण सीट से चुनाव मैदान में उतरे राज्यवर्धन सिंह राठौर के लिए इस बार चुनावी मुकाबला आसान नहीं रहने वाला है। कांग्रेस ने इस बार यहां से कृष्णा पुणिया को चुनाव मैदान में उतारा है। बहरहाल दो दिग्गज खिलाड़ियों के बीच होने वाले इस मुकाबले पर देश भर की नजरें लगी हुई है।
 
नरेंद्र सिंह तोमर - भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को इस बार मुरैना से चुनाव मैदान में उतारा है। हालांकि उनका नाम भोपाल से भी चर्चा में है। हाल ही खुद तोमर ने एक बयान में कहा था कि मुझे अभी यह नहीं मालूम कि मैं मुरैना से भी चुनाव लडूंगा या नहीं।
 
इन पर भी रहेगी नजर - इन दिग्गजों के साथ ही मुलायम सिंह यादव मैनपुरी, साक्षी महाराज, मेनका गांधी सुलतानपुर, वरुण गांधी पीलीभीत, कानपुर श्रीप्रकाश जायसवाल, वीके सिंह गाजियाबाद, बागपत से सत्यपाल सिंह, जबलपुर से राकेश सिंह, इलाहाबाद में रीता बहुगुणा जोशी पर भी सभी की नजरें रहेंगी। 

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