CAA पर केजरीवाल का अमित शाह से सवाल, शरणार्थियों को कहां से देंगे रोजगार?

गुरुवार, 14 मार्च 2024 (13:04 IST)
arvind kejriwal on CAA : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CAA पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि करदाताओं का पैसा दूसरे देशों के अल्पसंख्यकों पर खर्च करना स्वीकार्य नहीं है। सीएए लागू होने से देश असुरक्षित होगा, कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी हो जाएगी।
 
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आज सारी सरकार मिलकर अपने देश के बच्चों को रोजगार देने में असमर्थ हैं, आप भारी संख्या में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के लोगों को बसाना चाहते हो उनको कहां से नौकरियां देंगे?
 
उन्होंने कहा कि पहले अपने बच्चों के लिए नौकरियों का इंतजाम करें। उनके लिए घर कहां से आएंगे? अपने देश में लोगों के पास नौकरी और घर नहीं हैं।
 
हिंदू शरणार्थियों के केजरीवाल के घर प्रदर्शन : इस बीच पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों ने CAA पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी को लेकर उनके आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
 
क्या बोले अमित शाह : इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि NRC का CAA से कोई लेना-देना नहीं है। असम नहीं बल्कि देश के हर हिस्से में CAA लागू होगा, सिर्फ नॉर्थ ईस्ट के वह राज्य जहां दो तरह के विशेष अधिकार दिए गए हैं, सिर्फ उन्हीं इलाकों में CAA लागू नहीं होगा। इसमें वे क्षेत्र शामिल हैं जहां इनर लाइन परमिट (ILP) का प्रावधान है और वे क्षेत्र जिन्हें संविधान की 6वीं अनुसूची के तहत विशेष दर्जा दिया गया है।
 
उन्होंने कहा कि वे भारत के आम नागरिक की तरह ही भारत के नागरिकों की सूची में समाहित हो जाएंगे। उन्हें भी उतने ही अधिकार होंगे जितने आपके या मेरे पास हैं। वे चुनाव भी लड़ सकते हैं, MLA, MP, मुख्यमंत्री या केंद्र सरकार के मंत्री भी बन सकते हैं।
 
शरणार्थियों को नागरिकता देने से चोरी और बलात्कार बढ़ेंगे वाले केजरीवाल के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने भ्रष्टाचार के उजागर होने से अपना आपा खो बैठे हैं। उन्हें पता नहीं है कि ये लोग भारत में आ चुके हैं और भारत में रह रहे हैं।
 
अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो वे बांग्लादेशी घुसपैठियों की बात नहीं करते या रोहिंग्या का विरोध क्यों नहीं करते? वे वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं...वे विभाजन की पृष्ठभूमि भूल गए हैं, उन्हें शरणार्थी परिवारों से मिलना चाहिए।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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