अरविंद केजरीवाल महीनों से इंसुलिन नहीं ले रहे, AAP डर फैला रही है, तिहाड़ जेल रिपोर्ट

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 21 अप्रैल 2024 (00:01 IST)
AAP vs Delhi : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी से महीनों पहले इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था और वह साधारण मधुमेह रोधी दवा ले रहे थे। अधिकारियों ने तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भेजी गई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को यह जानकारी दी।
 
तिहाड़ जेल के महानिदेशक द्वारा शुक्रवार को जमा की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की जांच 10 अप्रैल और 15 अप्रैल को मेडिसीन के विशेषज्ञ द्वारा की गई थी, जिन्होंने मधुमेह रोधी दवाओं की सलाह दी थी और यह कहना गलत है कि केजरीवाल को उपचार के किसी भी चरण में इंसुलिन देने से इनकार कर दिया गया था।
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अधिकारियों ने बताया कि इसमें कहा गया है कि जेल डिस्पेंसरी में इंसुलिन की पर्याप्त उपलब्धता है और इसे केजरीवाल को ‘जब कभी आवश्यकता होगी’ दिया जा सकता है। सक्सेना ने 18 अप्रैल को जेल महानिदेशक से आम आदमी पार्टी (AAP) के उन आरोपों पर तथ्यात्मक रिपोर्ट देने को कहा था कि केजरीवाल को तिहाड़ जेल में इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है।
 
आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने इसके जवाब में कहा कि रिपोर्ट ने भाजपा की ‘साजिश’ का ‘पर्दाफाश’ कर दिया है जबकि भाजपा ने आप से मामले में ‘झूठा अभियान’ बंद करने को कहा। ‘आप’ ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल ने सावधानीपूर्वक चिकित्सा पर्यवेक्षण के तहत एक 'इंसुलिन रिवर्सल प्रोग्राम' शुरू किया और इंसुलिन ‘बंद’ कर दिया गया तथा इसकी जगह खाने वाली दवा दी गई। पार्टी ने दावा कि लेकिन 21 मार्च को उनकी गिरफ्तारी के बाद ‘इंसुलिन रिवर्सल प्रोग्राम’ बंद हो गया।
 
अरविंद केजरीवाल इंसुलिन पर निर्भर गंभीर रोगी : आप ने कहा, इसलिए टाइप-2 मधुमेह से ग्रस्त मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इंसुलिन पर निर्भर गंभीर रोगी हैं और उनके शरीर में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन देने की प्रक्रिया बहाल करनी होगी। पार्टी ने दावा किया कि अगर केजरीवाल के शरीर में शर्करा का स्तर लगातार ऊंचा रहता है तो उनके कई अंगों के खराब होने की आशंका है।
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उन्होंने पूछा, भाजपा के इशारे पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश हो रही है। मुख्यमंत्री 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं, तिहाड़ प्रशासन को उन्हें इंसुलिन देने में क्या दिक्कत है? दिल्ली की मंत्री ने यह भी दावा किया कि जेल जाने से पहले केजरीवाल रोजाना 50 यूनिट इंसुलिन लेते थे।
 
अधिकारियों ने तिहाड़ प्रशासन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल ने कुछ महीने पहले इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था और अपनी गिरफ्तारी के समय, वह ‘मेटफॉर्मिन’ नामक एक साधारण मधुमेह रोधी गोली का सेवन कर रहे थे। केजरीवाल तेलंगाना के एक निजी चिकित्सक से मधुमेह का उपचार करा रहे हैं।
 
प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को किया था गिरफ्तार : रिपोर्ट में कहा गया है कि तिहाड़ जेल में अपनी स्वास्थ्य जांच के दौरान केजरीवाल ने चिकित्सकों को बताया कि वह पिछले कुछ वर्षों से इंसुलिन ले रहे थे और कुछ महीने पहले इसे लेना बंद कर दिया था। केजरीवाल को दिल्ली सरकार की रद्द हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। वह एक अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड के अनुसार, केजरीवाल को न तो किसी इंसुलिन की सलाह दी गई थी और न ही इंसुलिन की कोई आवश्यकता बताई गई थी। रिपोर्ट के अनुसार 10 और 15 अप्रैल को एक औषधि विशेषज्ञ ने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की समीक्षा की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेषज्ञ ने मधुमेह रोधी दवाएं लेने की सलाह दी थी और यह कहना गलत है कि इलाज के दौरान केजरीवाल को किसी भी समय इंसुलिन देने से इनकार किया गया था।
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रिपोर्ट के अनुसार औषधि विशेषज्ञ ने केजरीवाल की जांच के बाद कहा, न्यायिक हिरासत में रहने के बाद से विचाराधीन कैदी (केजरीवाल) के सभी स्वास्थ्य पहलुओं और महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए उनके रक्त शर्करा का स्तर चिंताजनक नहीं है और फिलहाल इंसुलिन का इंजेक्शन लगाने की आवश्यकता नहीं है।
 
रिपोर्ट के अनुसार तिहाड़ प्रशासन ने ‘आप’ प्रमुख केजरीवाल के लिए आहार योजना तैयार करने का अनुरोध करते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को लिखे पत्र में कहा कि केजरीवाल नियमित रूप से उच्च कॉलेस्ट्रॉल वाली चीजें मिठाई, लड्डू, केले, आम, फलों की चाट, तला हुआ भोजन, नमकीन, भुजिया, मीठी चाय, पूड़ी-आलू, अचार का सेवन कर रहे हैं।
 
प्रति दिन केवल 20 मिलीलीटर तेल का सेवन करने की अनुमति : रिपोर्ट में कहा गया है कि एम्स द्वारा प्रदान की गई आहार योजना में ऐसे अधिकांश खाद्य पदार्थों के सेवन से सख्ती से बचने की सलाह दी गई है। तिहाड़ प्रशासन के अनुसार, केजरीवाल को अपने भोजन में प्रति दिन केवल 20 मिलीलीटर तेल का सेवन करने की अनुमति है।
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तिहाड़ प्रशासन ने कहा है कि सरकारी परिपत्र के मुताबिक केजरीवाल को किसी भी निजी अस्पताल में नहीं भेजा जा सकता, जबकि केजरीवाल अपने चिकित्सक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कराने की मांग कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ‘गंभीर मधुमेह के रोगी’ हैं और उन्हें 28 यूनिट नोवोरैपिड (तीन बार भोजन से पहले) और 22 यूनिट लैंटस (रात में) अर्थात कुल 50 यूनिट इंसुलिन दी जा रही थी।
 
शर्करा की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई : पार्टी ने आरोप लगाया, केजरीवाल के खून में शर्करा की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई है और 12 अप्रैल के बाद से कई दिन यह 300 के पार चला गया। हालांकि उनके बार-बार अनुरोध के बावजूद, तिहाड़ जेल अधिकारियों द्वारा उन्हें इंसुलिन देने से इनकार किया जा रहा है।
 
आप ने सवाल किया, आयुर्विज्ञान में यह एक सर्वविदित तथ्य है कि लगातार उच्च शर्करा का स्तर समय के साथ कई अंगों को बेकार करने का कारण बन सकता है। यह नसों, जिगर, गुर्दे, हृदय, रेटिना और शरीर के कई अन्य अंगों को अपूरणीय क्षति पहुंचा सकता है। क्या भाजपा और उपराज्यपाल यही चाहते हैं?
 
अरविंद केजरीवाल को हिरासत में मारने की बड़ी साजिश : पार्टी ने आरोप लगाया कि जेल में मुख्यमंत्री को इंसुलिन देने से इनकार करना क्रूर, अमानवीय और न्यायिक हिरासत में उनकी हत्या के प्रयास के समान है। आप ने आरोप लगाया, यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि भाजपा और उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हिरासत में मारने की बड़ी साजिश रची है, क्योंकि वे कथित दिल्ली आबकारी घोटाले में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं तलाश पाए हैं।
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आप के आरोपों और दावों पर उपराज्यपाल कार्यालय, भाजपा या तिहाड़ जेल प्रशासन से तत्काल कोई प्रतिक्रिया उपलब्ध नहीं हुई। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जेल प्रशासन की विस्तृत रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी के उस ‘झूठे अभियान’ का पर्दाफाश हो गया है कि मुख्यमंत्री को जेल में दवाएं नहीं मिल रही हैं। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता चाहती है कि अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में उचित इलाज मिले और एम्स के चिकित्सकों की एक समिति उनकी देखभाल करे।
 
उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट के बाद केजरीवाल के स्वास्थ्य पर ‘झूठी और गुमराह करने वाली राजनीति’ बंद करना आम आदमी पार्टी के लिए बेहतर होगा। सचदेवा ने यह भी कहा कि तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में है, लेकिन पूरा आप नेतृत्व जेल में बंद मुख्यमंत्री के लिए भोजन और दवा के बारे में शोर मचा रहा है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

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