त्योहारों पर सावधान, नकली मावे की मिठाई खाई तो हो सकती हैं भयानक बीमारियां...

मिठाइयों की मिठास त्योहारों की खुशियों को और बढ़ाती है। लेकिन इन खुशियों के बीच मिलावटी और नकली मावे से बनीं मिठाइयों को लेकर भी सचेत रहना चाहिए। त्योहारों पर मिठाइयों की अधिक ब्रिकी होने से असली मावे की जगह बाजारों में नकली मावे से बनी मिठाइयां भी बिकती हैं जिनसे गंभीर बीमारियां होने का खतरा रहता है।
 
 
ऐसे बनता है नकली मावा : नकली मावा बनाने में स्टार्च, आयोडीन और आलू का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा नकली को असली दिखाने के लिए केमिकल मिलाते हैं, वहीं मिल्क पाउडर में वनस्पति घी मिलाकर भी मावा तैयार किया जाता है जिसमें शकरकंदी, सिंघाड़े का आटा, आलू और मैदे का प्रयोग किया जाता है।
 
नकली मावे से कैंसर तक का खतरा : डॉक्टरों के अनुसार मिलावटी मावे और सिंथेटिक दूध से शरीर को गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है। सिंथेटिक दूध पीने से लोगों को फूड पॉइजनिंग, उल्टी और दस्त, किडनी और लिवर पर भी बेहद बुरा असर पड़ता है। स्किन से जुड़ी बीमारी भी हो सकती है। अधिक मात्रा में नकली मावे से बनी मिठाई खाने से लीवर को भी नुकसान पहुंच सकता है। इससे कैंसर तक हो सकता है।
 
कैसे बनता है सिंथेटिक दूध? : सिंथेटिक दूध बनाने के लिए सबसे पहले उसमें यूरिया डालकर उसे हल्की आंच पर गर्म किया जाता है। इसके बाद इसमें कपड़े धोने वाला डिटर्जेंट, सोडा, स्टार्च, फॉर्मेलिन और वॉशिंग पाउडर मिलाया जाता है। इसके बाद इसमें कुछ असली दूध मिलाकर नकली दूध तैयार किया जाता है।

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