Article 370 : क्या कश्मीर पाकिस्तान की 'बपौती' है

सोमवार, 12 अगस्त 2019 (20:04 IST)
जब से भारतीय संसद ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला किया है, पाकिस्तान के सीने पर सांप लोटने लगे हैं। उसकी बौखलाहट खुलकर सामने आ गई है। पाकिस्तान लगातार किसी न किसी रूप में अपनी खिसियाहट निकाल रहा है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि बदली हुई परिस्थितियों में उसे क्या कदम उठाना चाहिए?
 
दरअसल, पाकिस्तान अब तक कश्मीर को अपनी बपौती समझता रहा है। पाकिस्तान के अब तक किसी भी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति का भाषण कभी बिना कश्मीर के पूरा नहीं होता। अब वहां के नेताओं को लग रहा है कि कश्मीर के नाम पर वह पाक की जनता को और गुमराह नहीं कर पाएंगे। भारत सरकार के ताजा दांव से तो मानो पाकिस्तान 'कोमा' में चला गया है।
 
पाकिस्तान की तिलमिलाहट का अंदाजा उसके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के एक बयान से भी लगाया जा सकता है। कुरैशी ने कहा है कि अल्लाह की लाठी में आवाज नहीं होती। उसकी लाठी चली तो मोदी का घमंड खाक में मिला देंगे। यह अल्लाह की लाठी का ही तो कमाल है जो कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट गया है।
 
अन्यथा अब तक वहां पाकिस्तान पोषित आतंकवादी निर्दोष लोगों का खून बहा रहे थे। कश्मीर की मासूम जनता चाहते हुए भी उनका विरोध नहीं कर पा रही थी। इतना ही नहीं, भारत सरकार ने भी कश्मीर में पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले अलगाववादियों पर भी शिकंजा कस दिया है।
 
अब सीमा पर ईद पर मिठाई के आदान-प्रदान से भी इंकार कर पाक ने सद्‍भाव के रास्ते भी बंद करने की कोशिश की है। दरअसल, ईद और दीवाली पर सुरक्षाकर्मियों के बीच मिठाई का आदान-प्रदान होता है। दोनों तरफ के लोग आपस में मिलते हैं, जो निश्चित ही रिश्तों को मधुर बनाने में सहायक होते हैं। 
 
उलटा पड़ा दांव : भारत के साथ व्यापार पर रोक लगाने का दांव पाकिस्तान पर ही उलटा पड़ गया है। अब वहां के लोग ही इस फैसले के खिलाफ हो गए हैं, क्योंकि रोजमर्रा की जिंदगी की कई चीजें भारत से ही पाकिस्तान पहुंचती हैं। इसका नकारात्मक असर वहां के लोगों पर पड़ रहा है। 
 
व्यापार पर रोक लगने के बाद इनके दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। टमाटर का दाम तो वहां 300 रुपए किलो तक हो गया है। ऐसे में पाक जनता की नाराजगी अपनी ही सरकार के खिलाफ बढ़ गई है। वहां के लोगों ने दबी जुबान में विरोध शुरू कर दिया है। उनका मानना है कि सरकार के इस फैसले से उन्हें महंगाई की मार झेलना पड़ रही है। 
पाकिस्तान भारत से तनाव बढ़ाने के मामले में कोई भी कसर नहीं छोड़ रहा है। लद्दाख से लगे स्कर्दू में लड़ाकू विमान तैनात कर पाक ने युद्ध जैसा माहौल बनाने की कोशिश की है। साथ इस मुद्दे पर वह संयुक्त राष्ट्र की दुहाई देकर दूसरे देशों के सामने गिड़गिड़ा रहा है, लेकिन उसे कहीं से समर्थन नहीं मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाक अलग-थलग पड़ गया है। 
 
इधर कश्मीरियों ने दिया संदेश : इधर ईद के मौके पर कश्मीरियों ने शांति से नमाज अदा की। मस्जिद के बाहर सुरक्षाकर्मियों ने गले लगकर उन्हें मुबारकबाद दी। कहीं से भी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। जम्मू में हिन्दू-मुस्लिमों ने एक-दूसरे के गले लगकर मुबारक दी। एक अच्छा दृश्य भी नजर जब हाथों में तिरंगा लिए बच्चे भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। अब तक कश्मीर में पाकिस्तान और आईएसआईएस के ही झंडे लहराए जाते थे और पत्थरबाज हाथों में पत्थर लिए नजर आते थे। 
 
भारत को तोड़ने की मंसूबे पालने वाले पाकिस्तान के लिए यह संकेत भर है। इसके बावजूद भी अगर वह नहीं सुधरा तो निकट भविष्य में खुद ही टुकड़े-टुकड़े होकर बिखर जाएगा। (वेबदुनिया न्यूज डेस्क)

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