मन की बात में मोदी बोले, लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को मिला करारा जवाब

रविवार, 28 जून 2020 (11:15 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को मिला करारा जवाब मिला। पीएम मोदी के मन की बात की खास बातें...  

-लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है, श्रद्धांजलि दे रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नत-मस्तक है। इन साथियों के परिवारों की तरह ही, हर भारतीय इन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है।
-लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है। भारत मित्रता निभाना जानता है तो आंख-में-आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है।
-भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है। दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है। अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है। 
-कृषि sector में भी बहुत सारी चीजें दशकों से lockdown में फसी थीं। इस sector को भी अब unlock कर दिया गया है। इससे जहां एक तरफ किसानों को अपनी फसल कहीं पर भी किसी को भी बेचने की आजादी मिली है।
-Unlock के दौर में बहुत सी ऐसी चीजें भी unlock हो रही हैं, जिनमें भारत दशकों से बंधा हुआ था।
-कोरोना के संकट काल में देश lockdown से बाहर निकल आया है। अब हम unlock के दौर में हैं। unlock के इस समय में, दो बातों पर बहुत focus करना है - कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, उसे ताकत देना
-Lockdown से ज्यादा सतर्कता हमें unlock के दौरान बरतनी है। 
-इस बात को हमेशा याद रखिए कि अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं, दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं, या फिर, दूसरी जरुरी सावधानियां नहीं बरतते हैं तो आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं।
- कोई भी मिशन जन-भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है। इसीलिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है। 
- आप Local खरीदेंगे, Local के लिए Vocal होंगे। ये भी एक तरह से देश की सेवा ही है।
-अभी कुछ दिन पहले देश के पूर्वी छोर पर Cyclone Amphan आया, तो पश्चिमी छोर पर Cyclone Nisarg आया।
-कितने ही राज्यों में हमारे किसान भाई–बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं, तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे।
-एक साल में एक चुनौती आए या पचास, नंबर कम-ज्यादा होने से, वो साल, ख़राब नहीं हो जाता। भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर और ज़्यादा निखरकर निकलने का रहा है।
-लोग कह रहे हैं 2020 ठीक नहीं। सैकड़ों वर्षों तक अलग-अलग आक्रांताओं ने भारत पर हमला किया, लोगों को लगता था कि भारत की संरचना ही नष्ट हो जाएगी, लेकिन इन संकटों से भारत और भी भव्य होकर सामने आया।
-इन सबके बीच, हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है I वाकई, एक-साथ इनती आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं, बहुत कम ही देखने-सुनने को मिलती हैI

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