Ground Report : अयोध्या की सड़कों पर सन्नाटे के बीच भये प्रगट कृपाला, दीनदयाला...

संदीप श्रीवास्तव

गुरुवार, 2 अप्रैल 2020 (18:56 IST)
अयोध्या। आज रामनवमी के मौके पर कोरोना (Corona Virus) जैसी विश्वव्यापी महामारी के चलते श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या नगरी में लॉकडाउन पूर्ण रूप से पालन होते दिखा। राम भक्तों ने अपने आराध्य प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव अपने-अपने घरों में ही मनाया। यह पहला अवसर था जब अयोध्या की सड़कें सूनी रहीं, अन्यथा रामजन्मोत्सव के लिए अवध में जनसैलाब उमड़ता था। 
 
मंदिर और मठों के साथ ही घर-घर में गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीराम स्तुति गाई गई। अयोध्या के संत-महंत भी लॉकडाउन का पालन करते हुए श्रीराम का जन्मोत्सव अपने-अपने मठ-मंदिरों व आश्रमों के अंदर ही मनाया। जगह-जगह रामचरित मानस का पाठ, रामस्तुति, रामरक्षा स्तोत्र आदि का पाठ किया गया। अयोध्या में स्थान-स्थान पर 'भये प्रगट कृपाला दीनदयाल कौशल्या हित कारी... की गूंज रही। 
 
इतिहास में यह पहला मौका है जब संपूर्ण अयोध्या नगरी में सन्नाटा है। सड़कें सूनी हैं, गलियां सूनी हैं। धर्मशाला व आश्रमों कोई खास हलचल नहीं दिखाई दी। आमतौर पर रामनवमी के आने से पूर्व ही समूची अयोध्या गुलजार हो जाती थी। सड़कों पर तिल धरने को जगह नहीं होती थी। लाखों रामभक्त अयोध्या में उमड़ते थे। 
 
उदास अयोध्या नगरी की सड़कों पर यदि कोई नजर आया तो वे सुरक्षाकर्मी थे। वे भी अनावश्यक रूप से बाहर निकलने वालों को समझाइश दे रहे थे। अयोध्या के साधु-संतों का मानना है कि सबसे पहले हमें विश्वव्यापी महामारी कोरोना को खत्म करना है, उसके बाद ही असली राम जन्मोत्सव होगा। 
 
कोरोना के मद्देनजर ही विश्व हिन्दू परिषद ने भी लोगों से सादगी से रामनवमी मनाने की अपील की थी। यह विज्ञप्ति युगपुरुष परमानंदजी महाराज, महंत नृत्य गोपाल दास, विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष वीएस कोकजे और एडवोकेट आलोक कुमार के नाम से जारी की गई थी।

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