इंदिरा गांधी : गूंगी गुड़िया से भारत की लौह महिला तक

श्रीमती इंदिरा गांधी कांग्रेस की महत्वपूर्ण शख्सियत रही हैं। इन्हें भारत की 'लौह महिला' (आयरन लेडी) कहा जाता है। वे राजनीति की निष्णात खिलाड़ी थीं। विरोधियों को खामोशी से धूल चटा देने में इन्हें महारथ हासिल थी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रेगन भी इनकी बुद्धिमत्ता के कायल थे। भारत में आपातकाल लगाने का कलंक भी इनके दामन पर है।
 
इंदिराजी ने गांधीजी, नेहरूजी और लाल बहादुर शास्त्री के सान्निध्य में राजनीति सीखी थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुत्री होने के नाते इन्हें राजनीति विरासत में मिली थी जिसे उन्हों
ने अपनी दृढ़ता व मेधा शक्ति के बलबूते पर बखूबी अंजाम दिया। इनके कार्यकाल की प्रमुख विशेषताओं में बैंकों का राष्ट्रीयकरण, राजघरानों का प्रिवीपर्स समाप्त करना, हरित क्रांति आदि हैं।
 
प्रारंभिक जीवन : इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद (उत्तरप्रदेश) में हुआ था। उनके परिवार में पिता जवाहरलाल नेहरू, माता कमला नेहरू व पति फिरोज गांधी थे। दो पुत्र राजीव और संजय गांधी भी थे। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने शांति निकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। इसके पश्चात इन्होंने सोमरविल कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में दाखिला लेकर पढ़ाई की। भारत वापस आने के बाद वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गईं।
 
राजनीतिक जीवन : 1959 और 1960 के दौरान इंदिरा गांधी ने चुनाव लड़कर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं। नेहरूजी के निधन के बाद इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रेरणा पर चुनाव लड़ा। शास्त्रीजी के निधन के बाद सन 1966 में इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं। 1967 के चुनाव में काफी आंतरिक समस्याएं उभरी। विरोध के चलते उन्हें मोरारजी देसाई को भारत के उपप्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के रूप में पदस्थ करना पड़ा।
 
1966 में पहली बार प्रधानमंत्री बनीं : मोरारजी देसाई उन्हें 'गूंगी गुड़िया' कहा करते थे। बांग्लादेश के निर्माण में 1971 में उनकी अहम भूमिका रही। 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की जीत में राजनीतिक और सैन्य समर्थन का पर्याप्त योगदान रहा। इंदिरा गांधी का प्रधानमंत्रित्वकाल 19 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 व 14 जनवरी 1980 से 31 अक्टूबर 1984 तक रहा है।
 
पुरस्कार और सम्मान : 1967 तथा 1968 लगातार 2 वर्ष के लिए फ्रांसीसियों में सबसे अधिक विख्यात महिला, अमे‍‍रिका में गेलप अभिमत सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 1971 में विश्व की सबसे अधिक विख्यात व्यक्तित्व, 1971 में अर्जेंटीना सोसाइटी फॉर प्रोटेक्शन ऑफ एनिमल्स द्वारा 1971 में डिप्लोमा ऑफ ऑनर से विभूषित, आंध्र विश्वविद्यालय, आगरा विश्वविद्यालय, विक्रम विश्वविद्यालय, ब्यूनस आयर्स के अलस्लवाडोर विश्वविद्यालय, जापान के बासेटा विश्वविद्यालय, मॉस्को राज्य विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से मानद डाक्टरेट की उपाधियों सहित कई सम्मान प्राप्त हुए।
 
विशेष : भारत की 'लौह महिला' इंदिरा गांधी के जीवन की अनेक उपलब्धियां हैं, जैसे बैंकों का राष्ट्रीयकरण, हरित क्रांति, प्रिवीपर्स की समाप्ति, परमाणु कार्यक्रम आदि। बैंकों के राष्ट्रीयकरण से कमजोर वर्गों व किसानों को कम ब्याज दर पर लोन मिलने लगा था जिससे देश में हरित क्रांति आई। 'स्माइलिंग बुद्धा' के छद्म नाम से इनके कार्यकाल में 1974 में एक भूमिगत परमाणु परीक्षण पोखरण (राजस्थान) में किया गया था।

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