16 अगस्त से शुरू होगी माता वैष्णो देवी की यात्रा, अभी तक आए थे सिर्फ 12.40 लाख श्रद्धालु

सुरेश एस डुग्गर

गुरुवार, 6 अगस्त 2020 (00:37 IST)
जम्मू। प्रदेश प्रशासन ने अनलाक-3 में एक बड़ा फैसला लेते हुए जम्मू कश्मीर में पिछले 5 महीनों से बंद पड़े सभी धार्मिक स्थानों को 16 अगस्त से खोलने के निर्देश दे दिए हैं। कोरोना महामारी के फैलने के बाद कटड़ा स्थित माता वैष्णो देवी की यात्रा को भी भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था।
 
जम्मू कश्मीर के सभी धार्मिक स्थल 19 मार्च से बंद कर दिए गए थे। हालांकि सरकारी निर्देश में माता वैष्णो देवी की यात्रा शुरू करने का कोई अलग से निर्देश नहीं दिया गया है।

सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि 16 अगस्त से ही माता वैष्णो देवी की यात्रा श्रद्धालुओं की सीमित संख्या के साथ शुरू कर दी जाएगी। यात्रा का संचालन करने वाला श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड अलग से दिशा निर्देश जारी करेगा।

माता वैष्णो देवी के लिए रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु जम्मू पहुंचते हैं। मगर कोरोना संक्रमण के चलते 18 मार्च के बाद से इस धार्मिक स्थल को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था। 

धार्मिक स्थल के बंद होने से स्थानीय लोगों के रोजगार पर इसका काफी बुरा असर पड़ा है। प्रशासन ने हालात सही होने के बाद अनलाक तीन में जम्मू कश्मीर के सभी धार्मिक स्थानों को खोलने की तैयारी कर ली है।
 
इस वर्ष 19 मार्च को यात्रा बंद होने तक करीब 12,40,000 श्रद्धालु वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगा चुके थे। 19 मार्च को दोपहर 2 बजे वैष्णो देवी यात्रा कोरोना महामारी के चलते स्थगित की गई थी, उस दिन 14,900 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।
 
कोरोना महामारी के चलते बीते 19 मार्च को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रा स्थगित कर दी थी, जो वर्तमान में भी बंद चल रही है। यात्रा फिर से शुरू करने को लेकर कई बार राज्य प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों की निरंतर बैठकें होती रहीं और सहमति भी बनती रही, लेकिन कोरोना महामारी के बढ़ते ग्राफ के चलते यह संभव नहीं हो सका था।
 
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने कहा कि राज्य प्रशासन ने 16 अगस्त से वैष्णो देवी के कपाट खोले जाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन के आदेशों का अनुसरण करते हुए श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं के लिए वैष्णो देवी के कपाट खोलेगा। इतना तय है कि जब यात्रा शुरू होगी तो शुरुआत में श्राइन बोर्ड सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को भवन जाने की इजाजत देगा। संभवतः सबसे पहले दर्शन करने का मौका स्थानीय श्रद्धालुओं को मिल सकता है।

संबंधित अधिकरियों के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में यात्रा को लेकर जो दिशा-निर्देश यानी एसओपी प्रशासन द्वारा जारी की जाएगी, उसे तय समय पर श्राइन बोर्ड पूरा कर लेगा।

एसओपी में वैष्णो देवी के सभी प्रवेश द्वारों पर सैनिटाइजेशन टनल का निर्माण, वैष्णो देवी भवन के साथ ही प्रसिद्ध अर्द्धकुंवारी मंदिर, भैरव घाटी मंदिर में शारीरिक दूरी के अनुसार निशान लगाना, यात्रा करते समय श्रद्धालुओं के विशेष शारीरिक दूरी का ध्यान रखना, जगह-जगह इमेज स्कैनर टीम की तैनाती करना, घोड़ा, पिट्ठू व पालकी के रूप में कार्य करने वाले मजदूरों में विशेष साफ-सफाई का ध्यान रखना आदि प्रमुख दिशा निर्देश होंगे।

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