Tour & travels in indore: इंदौर के आसपास घूमने के लिए हैं 5 प्राचीन तीर्थ स्थल

WD Feature Desk

शुक्रवार, 5 अप्रैल 2024 (11:58 IST)
Tour & travels in indore: इंदौर के आसपास कई प्राकृतिक स्थान है जैसे पातालपानी, गंगा महादेव मंदिर, तिंछा फॉल, शीतला माता फॉल, कजलीगढ़, जोगी भड़क, हत्यारी खोह, गिदिया खोह, मुहाड़ी वाटरफॉल, बामनिया कुंड वाटरफॉल, अम्बाझार, जूनापानी, काली किराय, चिड़िया भड़क, मेहंदी कुंड, गुलावत, रालामंडल अभयारण्य, वाचू पॉइंट, जानापाव, माण्डू आदि। लेकिन अब जानिए इंदौर के पास में स्थित 5 खास तीर्थ स्थल।
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1. उज्जैन : इंदौर से करीब 60 किलोमीटर दूर उज्जैन एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां पर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल ज्योतिर्लिंग के साथ ही 2 शक्तिपीठ रहसिद्धि और गढ़कालिका माता का शक्तिपीठ है। इसी के साथ ही यहां पर कालभैरव का विश्‍वप्रसिद्ध मंदिर है। इसे मंगल और राहु का जन्म स्थान माना जाता है। सभी प्राचीन मंदिर शिप्रा नदी के तट पर स्थित है। 
 
2. ओंकारेश्वर : इंदौर से करीब 75 किलोमीटर दूर ओंकारेश्वर नामक स्थान पर भी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मां नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। ओमकारेश्वर के पास ही कुछ ही किलोमीटर पर मंडलेश्वर नामक प्राचीन स्थान है।
dewas tekri
3. देवास : इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर देवास नामक स्थान पर मां चामुंडा और तुलजा भवानी का प्राचीन स्थान है तो एक पहाड़ी पर स्थित है। यहां पर आप ट्रॉप से उपर जा सकते हैं। चामुंडा टेकरी यानी पहाड़ी से कुछ किलोमीटर दूर बिलावली में एक ऐसा शिवलिंग है जो प्रतिवर्ष एक तिल बढ़ जाता है। देवास में ही महान संत शिलनाथ बाबा का धूना भी है। यहीं पर हनुमानजी का प्राचीन मंदिर खेड़ापति हनुमान मंदिर भी है।
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4. महेश्वर : इंदौर से करीब 100 किलोमीटर दूर नर्मदा तट पर बसी देवी अहिल्या की नगरी महेश्वर है। यहां पर किला, मंदिर और नर्मदा नदी के साथ ही कई सुंदर, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थान है। प्राचीन काल में महेश्वर का नाम महिष्म‍िति था।
 
5. नेमावर : इंदौर से करीब 110 किलोमीटर दूर एक बहुत ही प्राचीन तीर्थ स्थल है जो नेमावर नाम से प्रसिद्ध है। प्राचीनकाल में इस नगर का नाम नेमीशरण बताया जाता है। पहले यह क्षेत्र राजा सहस्रबाहु के शासन में था बाद में परशुरामजी के अधिकार क्षेत्र में आ गया। यहां पर पांडवों द्वारा बनाया गया प्राचीन शिव मंदिर नर्मदा के तट पर और पहाड़ी पर है। इसी के साथ ही यहां पर जैन धर्म से संबंधित कई प्राचीन तीर्थ स्थान हैं।
 
नोट : उपरोक्त पांचों तीर्थों के मार्ग क्षेत्र में आपको देखने के लिए कई प्राचीन और ऐतिहासिक स्थान भी देखने को मिल सकते हैं।

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