सानिया मिर्जा के लिए फेडरर और नडाल में से किसी एक को चुनना बेहद मुश्किल

गुरुवार, 5 नवंबर 2020 (01:09 IST)
मुंबई। भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने कहा है कि मेरे लिए टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी रोजर फेडरर (Roger Federer) और राफेल नडाल (Rafael Nadal) में से किसी एक को चुनना बेहद मुश्किल है और दोनों खिलाड़ी अपने आप में बेहतरीन हैं।
 
स्विट्जरलैंड के फेडरर और स्पेन के नडाल और 20-20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके हैं और उनके बीच की प्रतिद्वंद्विता टेनिस की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता मानी जाती है। इन दोनों दिग्गजों की प्रतिद्वंद्विता पर वीडियो प्लेटफॉर्म ‘डिज्नी हॉटस्टार’ लेकर आया है ‘स्ट्रोक ऑफ जीनियस’। 
 
90 मिनट की यह खेल डॉक्यूमेंट्री एल. जॉन की किताब ‘स्ट्रोक ऑफ जीनियस: फेडरर, नडाल और ग्रेटेस्ट मैच एवर प्ले’ पर आधारित है। इसके एक ऑनलाइन कार्यक्रम में भारतीय टेनिस और बैडमिंटन खिलाड़ियों ने भी राफेल नडाल और रोजर फेडरर से जुडी अपनी यादें साझा कीं।
पूर्व नंबर एक युगल खिलाड़ी और कुछ वर्षों पहले आईपीटीएल में इन दिग्गजों की टीम सहयोगी रहीं सानिया ने कहा, जिस तरह से टेनिस के ये दोनों दिग्गज खिलाड़ी कैमरे के सामने और उसके बाद एक दूसरे के बारे बातचीत करते हैं, वह अपने आप में अतुलनीय है। मैंने यह आईपीटीएल के दौरान राफेल की टीम का हिस्सा बनकर अनुभव किया था। इसके अलावा मैं उसके पहले या बाद के वर्षों में रोजर फेडरर की टीम का भी हिस्सा रह चुकी हूं। मेरा अनुभव है कि दोनों एक दूसरे के बारे में काफी चर्चा करते हैं। 
 
सानिया के अनुसार सबको पता है कि कोर्ट पर दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई शानदार मैच खेले हैं लेकिन कोर्ट के बाहर के क्षण उन्हें और विशिष्ट बना देते हैं। दोनों खिलाड़ियों में एक-दूसरे के प्रति सम्मान और आदर का भाव देखा जा सकता है। वे खेल को एक नया आयाम देते हैं और टेनिस को ऐसे खिलाड़ियों की दरकार है।
 
सानिया ने कहा, कुछ प्रतिद्वंद्वी हैं जो बेहद काबिलेतारीफ हैं। लेकिन मुझे लगता है कि मेरे सिंगल्स करियर के दौरान रूस की एक खिलाड़ी अन्ना चकवेतादजे ने मुझे बेहतर बनने में मदद की। वह दुनिया में शीर्ष 10 खिलाड़ियों में शामिल थी। हमने अपने करियर के शुरुआती दिनों में भी एक दूसरे के खिलाफ बहुत मैच खेले हैं। उसने निश्चित रूप से मुझे बेहतर बनने में मदद की क्योंकि शुरू में मैं उसे हरा नहीं पा रही थी।
भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू ने इसी कार्यक्रम में कहा, मेरा मानना ​​है कि रोजर और राफेल दोनों अपने-अपने तरीके के खिलाड़ी हैं और निश्चित रूप से दोनों को खेलते देखना बहुत पसंद है। मैं दोनों में से एक का चयन नहीं कर सकती, लेकिन मुझे लगता है कि उनमें से प्रत्एक के पास खेलने की एक अलग शैली है। इसलिए मैं कहूंगी कि दोनों बेहतरीन हैं। सिंधू ने स्वीकार किया कि बैडमिंटन में स्पेन की कैरोलिना मारिन एक ऐसी प्रतिद्वंद्वी हैं जिन्होंने उन्हें बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया है।
 
2008 विम्बलडन के जूनियर वर्ग के फाइनलिस्ट सोमदेव देवबर्मन ने इस मौके पर कहा, हमारे खेल में अगर आप रोजर और राफेल को देखें तो मुझे लगता है कि वे एक दूसरे के लिए परस्पर सम्मान रखने का एक अच्छा उदाहरण हैं। जिस तरह से उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्विता और प्रतिस्पर्धा को कोर्ट के बाहर अलग रखा है वह काबिलेतारीफ है। इससे उनके रिश्ते पर कभी कोई असर नहीं पड़ा है। मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से अविश्वसनीय है और हम सभी से बहुत कुछ सीख सकते हैं। उनका होना टेनिस के लिए भाग्यशाली है।

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