विश्व मुक्केबाजी में मैरीकॉम जीतीं, सरिता बाहर, मनीषा क्वार्टर फाइनल में

रविवार, 18 नवंबर 2018 (20:16 IST)
नई दिल्ली। भारत की मनीषा मौन ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए विश्व चैंपियन कजाकिस्तान की डिनो झालामैन को आईबा महिला विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता में रविवार को 5-0 से पीटकर बेंटमवेट 54 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि 5 बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम (48), लवलीना बोर्गोहेन (69) और भाग्यवती काचारी (81) ने भी अपने-अपने मुकाबले जीत लिए लेकिन एल. सरिता देवी (57-60) उलटफेर का शिकार होकर बाहर हो गईं।
 
 
यहां आईजी स्टेडियम स्थित केडी जाधव हॉल में चल रही इस प्रतियोगिता में हरियाणा की मनीषा ने डिनो से अपना मुकाबला 30-27, 30-27, 30-27, 29-28, 29-28 से जीता और अंतिम 8 में स्थान बना लिया। मनीषा अब प्रतियोगिता में कांस्य पदक पक्का करने से एक कदम दूर रह गई हैं।
 
अपने 6ठे विश्व खिताब की तलाश में उतरी मैरीकॉम ने कजाकिस्तान की एगेरिम केसेनेएवा को लाइट फ्लाईवेट वर्ग 45-48 में 5-0 से पस्त कर दिया। मैरी ने यह मुकाबला 30-27, 30-27, 30-27, 30-27, 29-28 से जीता और राउंड-16 में जगह बना ली। लेकिन 12 साल बाद इस प्रतियोगिता में वापसी कर रही सरिता का सफर प्री क्वार्टर फाइनल में समाप्त हो गया।
 
36 साल की मणिपुर की सरिता को आयरलैंड की केली एन. हैरिंगटन ने लाइटवेट 57-60 वर्ग में कड़े मुकाबले में 3-2 से पराजित किया। हैरिंगटन ने यह मुकाबला 29-28, 28-29, 29-28, 28-29, 29-28 से जीता।
 
मनीषा ने अपना मुकाबला जीतने में ज्यादा पसीना नहीं बहाया और अपना मुकाबला जजों के सर्वसम्मत फैसले से जीत लिया। मुकाबला जीतने के बाद मनीषा ने कहा कि मैंने पूरे आत्मविश्वास से यह मुकाबला लड़ा। मैं रिंग में उतरने के बाद मैं यह नहीं सोचती कि सामने विश्व चैंपियन है या विश्व चैंपियन की कांस्य पदक विजेता हो।
 
मनीषा ने अपने पहले मुकाबले में विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता को हराया था और अब उन्होंने विश्व चैंपियन को ही पीट दिया। मनीषा इससे पहले डिनो को पोलैंड में भी हरा चुकी थीं और फिर पोलैंड में उन्होंने रजत पदक जीता था। मनीषा का अगला मुकाबला नंबर एक सीड मुक्केबाज से होगा।
 
विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता की ब्रांड एम्बेसेडर और स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार मैरीकॉम ने प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद दबाव के बारे में पूछने पर कहा कि दबाव रहता है लेकिन इतने वर्षों में मैंने दबाव को बखूबी झेलना सीख लिया है। मैं हमेशा सकारात्मक शुरुआत करने के इरादे से उतरती हूं और आज भी मैंने यही किया। विजयी शुरुआत कर मैं अच्छा महसूस कर रही हूं लेकिन अभी आगे लंबा सफर तय करना है और मैं हर तरह की चुनौती के लिए तैयार हूं।
 
लवलीना और भाग्यवती अपना-अपना मुकाबला जीतकर प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। लवलीना ने 64-69 किग्रा के वेल्टरवेट वर्ग में पनामा की एथीना बायलोन को 5-0 से हराया। उन्होंने यह मुकाबला जजों के सर्वसम्मत फैसले से 30-27, 30-27, 30-27, 30-27, 30-27 से जीता।
 
21 वर्षीया लवलीना ने विश्व चैंपियनशिप में शानदार शुरुआत करने के बाद कहा कि जीत के बाद बहुत अच्छा लग रहा है। यहां से मुझे अगले बाउट की तैयारी करनी है। यह मुकाबला मेरे लिए मुश्किल था, क्योंकि यह मेरा पहला मैच था और मेरी प्रतिद्वंद्वी लंबी होने के साथ-साथ ताकतवर भी थी लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने देश के लिए विजयी शुरुआत की है।
 
भाग्यवती ने लाइट हैवीवेट 81 किग्रा वर्ग में जर्मनी की इरिना निकोलेटा शोनबर्गर को 4-1 से हराया। भारतीय मुक्केबाज ने यह मुकाबला 29-28, 28-29, 29-28, 29-28, 29-28 से जीतकर राउंड 16 में जगह बना ली। 

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