हिंसा की आग में सुलगते मणिपुर ने 'मणि' जैसे चमकते खिलाड़ी भी दिए हैं भारत को

बुधवार, 26 जुलाई 2023 (12:00 IST)
कृति शर्मा 
Manipur Female Athletes
: Manipur इस समय गलत कारणों (Manipur Violence) से सुर्खियों  में है। जातीय हिंसा ने Manipur पर बुरी तरह से असर डाला हुआ है और मैतेई और कुकी (Meitei,Kuki) के बीच भूमि विवाद और महिलाओं पर अत्याचारों के कारण कई लोगों ने इसे Civil War की स्थिति करार दे दिया है। मणिपुर में जातीय हिंसा 70 दिनों से अधिक समय से जारी है और इसकी चपेट में लगभग 150 लोग आकर मर गए हैं। हाल ही में एक चौंकाने वाला बेहद शर्मनाक वीडियो सामने आया था जिसमें दो महिलाओं को नग्न कर घुमाया गया था। महिलाओं पर अत्याचार और उन पुरुषों के द्वारा बेहद घिनौना कृत्य देख सभी का खून खौल उठा है। 
 
मणिपुर भले ही अभी जातीय हिंसा और महिलाओं पर अत्याचारों की वजह से पुरे विश्व में गंभीर चर्चा का विषय बना हो लेकिन इस राज्य ने देश को खेल के मामले में एक से बढ़कर एक महिला एथलीट (Female Athletes) दिए हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। 
मणिपुर एक ऐसा राज्य भी है जो महिलाओं का हुनर पहचानने, उन्हें आगे बढ़ने और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान बनाने में मदद करता है।
हालही में मणिपुर में शांति की अपील करते हुए वरिष्ठ Olympian weightlifter, Kunjarani Devi और पूर्व World boxing champion Sarita Devi ने कहा था कि हिंसा ने लोगों पर गहरा प्रभाव डाला है और राज्य के Athletes को Asian Games की तैयारियों में बाधा आ सकती है। उनमें से कुछ ने Imphal में एक Press Conference भी आयोजित की थी और केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah को एक ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने उनसे राज्य में शांति वापस लाने का अनुरोध किया था । 
कुंजारानी ने कहा था, “हम एक-दूसरे को मारना नहीं चाहते, हम साथ रहना चाहते हैं। हम सरकार से खिलाड़ियों की शांति की अपील सुनने का अनुरोध करते हैं।'' 
ओलंपिक पदक विजेताओं से लेकर विश्व चैंपियन तक, मणिपुर ने हमें सब कुछ दिया है लेकिन हिंसा की वजह से उन्हें भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 
 
आइए जानते हैं ऐसी साहसी और स्ट्रांग महिला एथलीटों के बारे में जिनसे मणिपुर ने भारत और इस दुनिया से वाकिफ कराया है 
(Manipur Female athletes Manipur has made India and the world aware of)
 

Mirabai Chanu (Weightlifter) : 8 अगस्त 1994 को जन्मी Mirabai Chanu, एक ओलंपिक रजत पदक विजेता, एक विश्व चैंपियन और तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हैं। पिछले एक दशक में मीराबाई चानू ने Indian weightlifting को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। मीराबाई चानू ने CWG 2022 में कुल 201 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने महिलाओं के 49 किलोग्राम वर्ग में 2020 Tokyo Olympics में रजत पदक जीता था। 2018 में, मीराबाई चानू को भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न और देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
 

Kunjarani Devi (Weightlifter) : भारतीय वेटलिफ्टिंग की पहली सुपरस्टार, कुंजारानी देवी सबसे प्रसिद्ध महिला weightlifters में से एक हैं। 1 मार्च 1968 को Imphal में जन्मी कुंजारानी ने World Championship में सात रजत पदक और Asian Games में दो कांस्य पदक जीते हैं। वे 1990 में अर्जुन पुरस्कार की प्राप्तकर्ता थीं और उन्होंने वर्ष 1996-1997 के लिए Leander Paes के साथ राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार शेयर किया था। भारत सरकार ने उन्हें 2011 में पद्म श्री के नागरिक सम्मान से सम्मानित किया था।  

Laishram Sarita Devi (Boxer) : 1 मार्च 1982 को जन्मी Laishram Sarita Devi एक भारतीय बॉक्सर, पूर्व विश्व चैंपियन और साथ ही lightweight division में राष्ट्रीय चैंपियन हैं। 2009 में, उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 



 
Sushila Chanu Pukhrambam (Hockey player) : Sushila Chanu एक भारतीय हॉकी खिलाड़ी हैं, वह भारतीय राष्ट्रीय टीम की पूर्व कप्तान हैं और उनके नाम कुल 150 अंतरराष्ट्रीय कैप हैं। 25 फरवरी 1992 को Imphal, Manipur में जन्मी चानू ने ग्यारह साल की उम्र में हॉकी खेलना शुरू किया और जल्द ही उन्हें राष्ट्रीय शिविर के लिए चुन लिया गया था। राष्ट्रीय टीम के लिए हाफबैक के रूप में खेलते हुए सुशीला चानू पुखरामबम का खेल में शानदार करियर रहा है।
 


Mary Kom (Boxer) :  1 मार्च 1983 में कन्गथेइ, मणिपुर में जन्मी, Mary Kom, Olympic और Commonwealth Games में महिला मुक्केबाजी के लिए पदक जीतने वाले पहली महिला Boxer है। उन्होने 2001 में पहली बार राष्ट्रीय महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीती थी। वह छह बार World Amateur Boxing Championship जीतने वाली एकमात्र महिला हैं, पहली सात विश्व चैंपियनशिप में से प्रत्येक में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं, और आठ विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने वाली एकमात्र मुक्केबाज (पुरुष या महिला) हैं। वह अर्जुन, राजीव गांधी खेल रत्न, पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता हैं। 


Oinam Bembem Devi (Footballer Player) : 4 अप्रैल 1980 को जन्मी Oinam Bembem Devi, इंफाल, मणिपुर की एक सेवानिवृत्त भारतीय फुटबॉलर हैं। 2017 में, उन्हें खेल मंत्रालय द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। ओइनम बेमबेम देवी भारत के अत्यधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार पद्म श्री 2020 की प्राप्तकर्ता भी हैं। 'भारतीय फुटबॉल की दुर्गा' ('Durga of Indian Football') ओइनम बेमबेम देवी प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली भारतीय और कुल मिलाकर सातवीं महिला फुटबॉलर थीं।
 
 
 
Ngangom Bala Devi (Football Player- 2 फरवरी 1990 को जन्मी, Bala Devi भारतीय महिला फुटबॉल टीम की पूर्व कप्तान है। जो भारतीय महिला लीग क्लब में ओडिशा से और भारत की महिला राष्ट्रीय टीम के लिए फॉरवर्ड के रूप में खेलती हैं। देवी को तीन बार अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (All India Football Federation) द्वारा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
 

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