Corona के बढ़ते मामलों से बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 580 अंक लुढ़का

गुरुवार, 19 नवंबर 2020 (19:53 IST)
मुंबई। कई देशों में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ने से गुरुवार को शेयर बाजारों का रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला थम गया और सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों उच्चस्तर से फिसल गए। इसके अलावा वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख के बीच वित्तीय कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से बाजार नीचे आ गए।

कारोबारियों ने कहा कि रुपए में गिरावट से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में कुछ समय के लिए 44,230 अंक के उच्चस्तर पर जाने के बाद नीचे आया। अंत में सेंसेक्स 580.09 अंक या 1.31 प्रतिशत के नुकसान से 43,599.96 अंक पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 166.55 अंक या 1.29 प्रतिशत के नुकसान से 12,771.70 अंक पर आ गया। दिन में कारोबार के दौरान निफ्टी 12,963 अंक के उच्चस्तर तक गया। इससे पिछले लगातार तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स और निफ्टी ने नया रिकॉर्ड बनाया था।

सेंसेक्स की कंपनियों में एसबीआई का शेयर सबसे अधिक 4.88 प्रतिशत नीचे आया। एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक और भारती एयरटेल के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर पावरग्रिड, आईटीसी, एनटीपीसी, टाटा स्टील और टाइटन के शेयर 2.43 प्रतिशत तक लाभ में रहे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने से कुछ अतिरिक्त अंकुशों की आशंका पैदा हुई है। इससे वैश्विक आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं। इससे बाजार धारणा नकारात्मक हो गई। हालांकि वैक्सीन को लेकर कुछ सकारात्मक खबरें भी आ रही हैं।

जहां तक भारतीय बाजारों का सवाल है, यहां हालिया तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफा काटा।नायर ने कहा, वाहन बिक्री के आंकड़े अच्छे हैं, जो अर्थव्यवस्था में सुधार का संकेत देते हैं। लेकिन इसके साथ ही देश के कुछ हिस्सों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, जो इस सुधार को झटका दे सकते हैं।बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.65 प्रतिशत तक की गिरावट आई।

अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी नुकसान में रहा। चीन का शंघाई कम्पोजिट तथा जापान का निक्की लाभ में रहे। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में भारी गिरावट दर्ज हुई।

इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.65 प्रतिशत के नुकसान से 44.05 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया आठ पैसे टूटकर 74.27 प्रति डॉलर पर आ गया।(भाषा)

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