चैंपियंस ट्रॉफी और पाकिस्‍तान

-अजय बर्वे

चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्‍तान का प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा है। 1998 से लेकर 2006 तक पाकिस्‍तान सिर्फ दो बार सेमिफाइनल तक पहुँच पाया है। 1998 के टूर्नामेंट में वेस्‍टइंडीज ने पाकिस्‍तान को क्‍वार्टर फाइनल मैच में ही बाहर का रास्‍ता दिखा दिया।

2000 में पाकिस्‍तान ने श्रीलंका को रौंदते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया, लेकिन वहाँ न्‍यूजीलैंड ने पाकिस्‍तान को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। पाकिस्‍तान का यही प्रदर्शन आगे के टूर्नामेंट में भी जारी रहा। एक दमदार टीम होने के बावजूद पाकिस्‍तान अब तक खिताब जीतने में असफल रहा है। नजर डालते हैं चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्‍तान के सफर पर-

1998: नॉक आउट टूर्नामेंट में वेस्‍टइंडीज ने पाकिस्‍तान को 30 रनों से हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। ढाका में हुए इस मैच में वेस्‍टइंडीज ने पहले बल्‍लेबाजी करते हुए 289 रन बनाए। लक्ष्‍य का पीछा करने उतरी पाकिस्‍तान की टीम कोई बड़ी साझेदारी नहीं कर पाई। एजाज एहमद के 51 और सलीम इलाही के 49 रनों के योगदान के अलावा किसी पाकिस्‍तानी बल्‍लेबाज ने अच्‍छा प्रदर्शन नहीं किया और पूरी टीम 259 रनों पर पैवेलियन लौट गई।

2000: इस बार पाकिस्‍तान ने क्‍वार्टर फाइनल में श्रीलंका पर 9 विकेट से आसान जीत हासिल की। वसीम अकरम और अजहर मेहमूद की घातक गेंदबाजी के आगे श्रीलंका की टीम ने घुटने टेक दिए और 194 रन ही बना पाई। जवाब में पाकिस्‍तान ने सईद अनवर के 105 रनों की मदद से इस आसान लक्ष्‍य को 43.4 आवरों में ही प्राप्‍त कर लिया। सेमीफाइनल में पाकिस्‍तान का सामना न्‍यूजीलैंड से हुआ। पाकिस्‍तान इस मैच में अपनी जीत की लय कायम नहीं रख पाया और सईद अनवर के 104 रनों के बावजूद उसे 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस बार भी पाकिस्‍तान टूर्नामेंट से बाहर हो गया।

2002: पाकिस्‍तान और श्रीलंका फिर एक बार आमने-सामने हुए, लेकिन पाकिस्तान इस बार श्रीलंका से जीत नहीं पाया। घरेलू पिचों पर खेल रही श्रीलंका की टीम ने पाकिस्‍तान को 200 रनों पर ही सीमित कर दिया। लक्ष्‍य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम ने 2 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। सनथ जयसूर्या ने इस मैच में 102 रन बनाए। दूसरे मैच में पाकिस्‍तान ने नीदरलैंड पर बड़ी जीत हासिल की लेकिन यह जीत उसे सेमीफाइनल तक पहुँचाने के लिए काफी नहीं थी।

2004: ग्रुप मैचों में केन्‍या पर 7 विकेट की जीत के बाद अगले मैच में पाकिस्‍तान का सामना भारत से हुआ। एक रोमांचक मुकाबले में पकिस्‍तान भारत पर 3 विकेट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहा और सेमीफाइनल में प्रवेश किया। पहले बल्‍लेबाजी कर रही भारतीय टीम ने 200 रन बनाए, लेकिन सटीक गेंदबाजी के दम पर भारत ने पाकिस्‍तान के लिए इस लक्ष्‍य को भी मुश्किल बना दिया।

यूसुफ योहाना के 81 रनों की बदौलत पाकिस्‍तान इस काँटे के मुकाबले में जीत दर्ज कर पाया। सेमीफाइनल में पाकिस्‍तान का सामना दूसरी बार वेस्‍टइंडीज से हुआ। इससे पहले पाकिस्‍तान और वेस्‍टइंडीज 1998 मे सेमीफाइनल में आमने-सामने हुए थे। नतीजा वही रहा जो 1998 में था। पाकिस्‍तान को वेस्‍टइंडीज ने 7 विकेट से हरा दिया।

2006: इस बार पाकिस्‍तान के लिए चैंपियंस ट्राफी में उसका प्रदर्शन उसके लिए शर्म का सबब बना। पूल मैचों में लगातार हारने के बाद पाकिस्‍तान टूर्नामेंट से बाहर हो गया। पहले मैच में श्रीलंका पर 4 विकेट से जीत दर्ज करने के बाद पाकिस्‍तान का सामना न्‍यूजीलैंड से हुआ। न्‍यूजीलैंड ने पाकिस्‍तान को 274 रनों का लक्ष्‍य दिया।

पाकिस्‍तान की टीम लक्ष्‍य का पीछा करते हुए 223 रनों पर आलआउट हो गई और न्‍यूजीलैंड ने इस मैच में 51 रनों से जीत दर्ज की। इसके बाद पाकिस्‍तान का सामना दक्षिण अफ्रीका से हुआ। दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्‍तान को 213 रनों का लक्ष्‍य दिया, लेकिन पाकिस्‍तान की पूरी टीम मात्र 89 रन के स्‍‍कोर पर पैवेलियन लौट गई।

पाकिस्‍तान में श्रीलंका की टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद 2008 का टूर्नामेंट जो पाकिस्‍तान में प्रस्‍तावित था उसे सुरक्षा कारणों से रद्द कर दिया गया। इसके बाद पाकिस्‍तान अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से लगभग 14 महीने दूर रहा। टी-20 विश्‍वकप जीतने के बाद पकिस्‍तान की टीम में उत्‍साह का संचार हुआ है, लेकिन इतने समय क्रिकेट न खेलने की वजह से पाकिस्‍तान को इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में खासी मुसीबातों का सामना करना पड़ सकता है। भारत, ऑस्‍ट्रेलिया और वेस्‍टइंडीज के साथ पाकिस्‍तान पूल ए में है जहाँ उसे कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है।

चैंपियंस ट्रॉफी 2009 के लिए पाकिस्‍तान की टीम इस प्रकार है- यूनुस खान (कप्तान), इमरान नजीर, मिस्बाह उल हक, उमर अकमल, शोएब मलिक, शाहिद अफरीदी, नावेद उल हसन, फवाद आलम, मोहम्मद यूसुफ, कामरान अकमल, उमर गुल, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ, राव इफ्तिखार, सईद अजमल।

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