खौफनाक, चाचा और चाची के लिए भतीजा लाया था मासूम का कलेजा

अवनीश कुमार

मंगलवार, 17 नवंबर 2020 (12:00 IST)
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना घाटमपुर के अंतर्गत भदरस गांव में रविवार की सुबह दिल दहला देने वाली खबर प्रकाश में आने के बाद जहां पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी तो वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे जिसके चलते देर रात घटना का खुलासा पुलिस ने कर दिया है लेकिन जो घटना क्या सच सामने आया है। उसे सुनने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी और आप सिर्फ और सिर्फ आरोपियों के लिए कठोर से कठोर सजा की मांग करेंगे।
 
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मासूम बच्ची का क्षत विक्षत शव मिलने के बाद पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ कर क्षेत्रीय लोगों से जानकारी एकत्र कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस के हाथ एक जानकारी लगी जिसके आधार पर पुलिस ने गांव के ही अंकुल और बीरन को हिरासत में ले लिया।

उसके बाद घटना से जुड़ी जानकारी एकत्र करने के लिए कड़ाई से पूछताछ करने लगे पहले तो दोनों युवक पुलिस को गुमराह करते रहे और आखरी में टूट गए और पुलिस के सामने सच तो बोल दिया।
 
दोनों ने पुलिस को पूछताछ में बताया नहीं चाचा परशुराम ने दोनों को बुलाकर बताया कि उसने एक किताब में पढ़ा है कि अगर किसी बच्ची का कलेजा व लिवर वह अपनी पत्नी के साथ मिलकर खाएं तो संतान की प्राप्ति होगी।
 
इसके लिए परशुराम ने अपने भतीजे अंकुल को कुछ पैसे दिए जिसको लेकर अंकुल ने पहले अपने दोस्त बीरन के साथ शराब पी और फिर पड़ोस में ही रहने वाली मासूम बच्ची हो पटाखा दिलाने के बहाने घर से लेकर आया।
 
फिर चाचा परशुराम के कहे अनुसार जंगल में पहले उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया बाद में पेट फाड़कर अंदर से सारे अंग निकाल लिए और चाचा परशुराम को ले जाकर दे दिए।
 
अंकुल ने बताया कि चाचा परशुराम ने चाची के साथ मिलकर बच्ची का कलेजा/लिवर खाया और बाकी अंग कुत्ते को खिलाया फिर पॉलिथीन में बांध कर फेंक दिए।
 
अंकुल ने बताया कि चाचा ने इस काम के लिए उसको 500 और उसके साथी वीरन कुरील 1,000 रुपए देकर तैयार किया था।
 
घटना का खुलासा करते हुए एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि उसी गांव में रहने वाले परशुराम की शादी 1999 में हुई थी लेकिन उसे कोई भी संतान नहीं हुआ थी। संतान की चाहत में उसने अपने भतीजे अंकुल को बच्ची का कलेजा लाने के लिए तैयार किया जिसमें उसके भतीजे ने अपने साथी वीरन कुरील का सहयोग लिया था इस काम के लिए परशुराम ने दोनों कुछ पैसे भी दिए थे।
 
इसके चलते दोनों ने पूरी घटना को अंजाम दिया है घटना की पूरी जानकारी परशुराम व उसकी पत्नी सुनैना को भी थी। दोनों को हिरासत में ले लिया गया है। अभी दोनों से गहनता से पूछताछ की जा रही है और वही अंकुल और वीरन कुरील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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