प्रभु शिव को साधारण भक्ति से, साधारण पूजा से प्रसन्न किया जा सकता हैं। शिव अपने भक्तो की छोटी-सी आराधना से प्रसन्न हो जाते है। श्रावण मास में प्रभु को प्रसन्न करने के लिए अपनी राशि अनुसार करें उनकी आराधना। जानिए कैसे?
मेष- मेष राशि वाले जातक गुलाल से शिव का विशेष पूजन करें एवं पूरे श्रावण मास में 'ॐ ममलेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें।
वृषभ- वृषभ राशि वाले जातक दूध से शिवजी का अभिषेक करें। 'ॐ नागेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें।
मिथुन- मिथुन राशि वाले जातक शिवजी का गन्ने से अभिषेक करें। 'भूतेश्वराय नम:' का जाप करें।
कर्क- कर्क राशि वाले जातक शिवजी का पंचामृत से अभिषेक करें। महादेव के 'द्वादश नाम' का स्मरण करें।
FILE
सिंह- सिंह राशि वाले जातक शिवजी का शहद से अभिषेक करें। 'ॐ नम: शिवाय' की रोज एक माला करें।
कन्या- कन्या राशि वाले जातक शिवजी का सिर्फ शुद्ध जल से अभिषेक करें। 'शिव-चालिसा' का पाठ करें।
तुला- तुला राशि वाले जातक शिवजी का दही से अभिषेक करें। 'शिवाष्टक' का पाठ करें।
वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातक शिवजी का दूध, घी से अभिषेक करें। 'ॐ अंगारेश्वराय नम:' का जाप करें।
धनु- धनु राशि वाले जातक शिवजी का दूध से अभिषेक करें। 'ॐ रामेश्वराय नम:' का जाप करें।
मकर- मकर राशि वाले जातक शिवजी का अनार के रस से अभिषेक करें। 'शिव सहस्त्रनाम' का उच्चारण करें।
कुंभ- कुंभ राशि वाले जातक शिवजी का दूध, दही, शहद, शक्कर, घी, सभी से अलग-अलग अभिषेक करें। 'ॐ शिवाय नम:' का जाप करें।
मीन- मीन राशि वाले जातक शिवजी का ऋतुफल (जो वर्तमान में खास फल हो) से अभिषेक करें। 'ॐ भौमेश्वराय नम:' का जाप करें।
जो मनुष्य पूरे श्रावण में शिवजी का पूजन, जप-तप, आराधना, भक्ति करता है। वह अवश्य इस लोक में सुख भोग कर शिवलोक को प्राप्त होता है।
विशेष : - जो दम्पत्ति नि:संतान हो, वह शिवजी को श्रावण महीने के किसी भी दिन से 40 दिन तक घी चढ़ाता है, तो उसके घर संतान की प्राप्ति होती है।