विदेशों से कई साल पहले भारत आया रॉक एंड रोल संगीत युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय है। बालीवुड के अभिनेताओं से लेकर देशी युवाओं तक के बीच इस कठिन संगीत पर थिरकने का उत्साह दिखता है। दिल्ली में डाँस प्रशिक्षण देने वाली अनुभा धर ने ‘भाषा’ को बताया कि रॉक एंड रोल संगीत पर डाँस बच्चों से लेकर युवाओं तक के बीच लोकप्रिय है।
अनुभा के मुताबिक इस संगीत पर किया जाने वाला डाँस इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें तेज संगीत पर हाथ-पैरों की भंगिमा का संतुलन बनाना पड़ता है। इसके लिए शुरू में ही दिमाग को केंद्रित करना पड़ता है। अनुभा कहती हैं कि हालांकि रॉक एंड रोल संगीत पर किए जाने वाले डाँस का रूप बिगाड़ कर अब इसे साधारण डिस्को की तरह लिया जाने लगा है, लेकिन संगीत के मूल स्वरूप पर डाँस अपेक्षाकृत कठिन है।
संगीत में पीएचडी कर चुकीं डॉक्टर संयोगिता शर्मा ने बताया कि मूल रॉक एंड रोल संगीत परंपरागत उपकरणों के सम्मिश्रण का बेहतरीन नमूना है, जिसकी विदेशी संगीत इतिहास में अहम भूमिका है। डॉक्टर संयोगिता बताती हैं कि भारत में रॉक एंड रोल को सामान्य डिस्को की तरह लिया जाता है, जबकि अमेरिकी संस्कृति में आज भी कई कलाकार इस संगीत के मूल रूप के विशेषज्ञ हैं, जिन्हें काफी सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
भारत में रॉक एंड रोल को लोकप्रिय बनाने में बॉलीवुड की फिल्मों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। यह संगीत बॉलीवुड फिल्मों में भी काफी समय से अपनी जगह बना चुका है लेकिन हाल के वर्षों में अनिल कपूर अभिनीत फिल्म ‘मेरी जंग’ में इसने फिर से नयी पीढ़ी को झूमने पर मजबूर कर दिया। फिल्म का गाना ‘बोल बेबी बोल, रॉक एंड रोल’ हर एक की जबान पर चढ़ा और आज भी संगीत और डाँस कार्यक्रमों में लोकप्रियता के पायदान पर अपनी जगह बनाता है।
रॉक एंड रोल के जादू से बिग बी अमिताभ बच्चन भी नहीं बच सके और पिछले दिनों आई फिल्म ‘कभी अलविदा न कहना’ में प्रिटी जिंटा के साथ ‘रॉक एंड रोल सोणिए’ गाने पर झूमते नजर आए। रॉक एंड रोल संगीत की उत्पत्ति 40 के दशक के अंत में अमेरिका में हुई। यह मुख्य रूप से रिदम, लोक संगीत और जैज का सम्मिश्रण है। धीरे-धीरे यह संगीत विश्व भर में लोकप्रिय होने लगा और इसने वर्तमान रॉक संगीत का रूप ले लिया।
क्लासिक रॉक एंड रोल में एक या दो गिटारों का उपयोग होता है, जिनमें से एक मुख्य होता है और दूसरे का उपयोग रिदम के लिए किया जाता है। पचास के दशक तक इस संगीत में पियानो या सेक्सोफोन का मुख्य उपकरण की तरह उपयोग होता था।