उत्तरप्रदेश के युवा तेज गेंदबाज शलभ श्रीवास्तव यदि अपनी गेंदबाजी में कुछ भी कमी पाते हैं तो तुरंत शेन बांड से सलाह लेते हैं, जबकि बंगाल रणजी टीम के पूर्व कप्तान दीप दासगुप्ता इंडियन क्रिकेट लीग में रायल बंगाल टाइगर्स की अगुवाई कर रहे क्रेग मैकमिलन से कप्तानी के गुर सीख रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट में जब गुरु शब्द का जिक्र आता है तो गेग चैपल का चेहरा सामने आ जाता है लेकिन यह गुरुओं की नई फौज है जो न सिर्फ अभी युवा है, बल्कि खेल खेल में भारत के युवा क्रिकेटरों को तैयार कर रही है और उनके शब्दों में भारत इनकी सेवाएँ न लेकर काफी कुछ गँवा रहा है।
एक समय न्यूजीलैंड की तेज गेंदबाजी के अगुआ रहे बांड दिल्ली जाइंट्स की टीम में इस भूमिका के अलावा युवा खिलाड़ियों को भी गुरु सिखा रहे हैं और वह शलभ श्रीवास्तव से प्रभावित हैं जो रणजी ट्रॉफी में अपना डंका बजा चुके हैं।
बांड ने कहा कि युवा खिलाड़ियों से बात करना और इस खेल के बारे में मैं जो कुछ जानता हूँ उसको उनके साथ बाँटना मुझ जैसे खिलाड़ियों के लिए सम्मान की बात है। वे सभी खेल के प्रति समर्पित और हर समय सीखने की इच्छा रखते हैं तथा इससे मैं भी उनकी मदद करने में बहुत अधिक दिलचस्पी दिखाता हूँ।
उन्होंने कहा कि हमारी टीम में कई अच्छे तेज गेंदबाज हैं लेकिन शलभ में मुझे काफी संभावनाएँ दिखती हैं। उसका हाई आर्म एक्शन है और वह गेंद को मूव भी करा लेता है।