महावीर हनुमान महाकाल शिव के 11वें रुद्रावतार हैं जिनकी विधिवत उपासना करने से सभी बाधाओं का नाश होता है। ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। हनुमानजी के पाठ से भूत बाधा, प्रेत बाधा, ऊपरी बाधा का निवारण होता है। सर्व कष्टों अर्थात नौकरी, व्यापार में बाधा एवं रोगों का निवारण भी हनुमानजी के पाठ से हो जाता है।
ऐसा कोई भी कार्य नहीं है, जो हनुमानजी अपने भक्तों के लिए न कर सकें। बस आवश्यकता है सच्चे मन से उन्हें याद करने की।
हनुमानजी के कुछ विशिष्ट मंत्र हैं जिनका जप यदि आप हनुमान जयंती के दिन अपनी राशि अनुसार करें तो सभी कामनाओं की पूर्ति संभव है।