- 82 चंद्रमा वाले शनि का सामना 1 चंद्रमा वाली पृथ्वी से
2 अगस्त 2021 को मकर तारामंडल में स्थित शनि से पृथ्वी का सामना होने जा रहा है। इसमें सूर्य की परिक्रमा करता हुआ शनि, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक तरफ रहते हुए सीधी रेखा में होंगे। नेशनल अवॉर्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि यह खगोलीय घटना सैटर्न एट अपोजिशन कहलाती है।
सारिका ने बताया कि यह इस साल के लिए शनि की पृथ्वी से सबसे नजदीकी दूरी होगी। इससे यह अपेक्षाकृत अधिक चमकीला और कुछ बड़ा दिखेगा। अगर आप टेलिस्कोप से शनि को देखेगे तो इसके रिंग 18 डिग्री के झुकाव पर होंगे। यह 0.2 मैग्नीट्यूड की चमक के साथ आकाश में होगा।
अगर बादल बाधा न बनें तो शाम लगभग 7 बजकर 51 मिनट पर यह पूर्वी आकाश में उदित होता दिखेगा और रात भर आकाश में रहकर सुबह सबेरे 5 बजकर 6 मिनट पर अस्त होगा। मध्यरात 12 बजकर 29 मिनिट पर यह आकाश पर ठीक सिर के ऊपर होगा।
सारिका ने बताया कि शनि (सेटर्न) सौर परिवार का छठा ग्रह है और यह सूर्य मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। अगर काल्पनिक रूप से सूर्य से पृथ्वी की दूरी 10 यूनिट है तो शनि 96 यूनिट दूर है। सूर्य का प्रकाश यहां तक पहुंचने में लगभग 83 मिनट लगते हैं। इसके 82 चंद्रमा अब तक खोजे जा चुके हैं, जिनमें से 53 की पुष्टि हो चुकी है।
Saturn at opposition : आगामी घटनाएं -
सारिका ने जानकारी दी कि शनि, सूर्य की परिक्रमा लगभग 29 साल 6 महीने में करता है। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा 365 दिन में करती है। इससे पृथ्वी परिक्रमा करते हुए लगभग एक साल और 13 दिन बाद पुनः शनि की सीध में आ जाती है।