राशिफल

वृषभ
वृषभ राशि वाले जातकों का जन्म यदि 20 अप्रैल से 20 मई के बीच हुआ है तो सूर्य राशि के अनुसार आपकी राशि वृषभ है। शनि ग्रह पूरे वर्ष दशम भाव में रहेंगे जिसके चलते वे कार्यक्षेत्र में आपसे बहुत मेहनत कराएंगे और इसका फल भी आपको देंगे। भाग्य और कर्म का संबंध बनने से करियर में राजयोग रहेगा। राहु की उपस्थिति पूरे वर्ष आपके एकादश भाव में बनी रहेगी जिससे मनचाही इच्छाओं की पूर्ति होगी। व्यापारियों को चाहिए कि अलाभकारी संस्थान को वे बंद कर कुछ नया सोचें। वर्ष की शुरुआत में बुध और शुक्र सप्तम भाव में, द्वादश भाव में बृहस्पति, दशम भाव में शनि और राहु एकादश भाव में होने से व्यापार के लिए आदर्श स्थितियों का निर्माण होगा। पढ़ाई या नौकरी के लिए बाहर भी जाना पड़ सकता है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए वर्ष के पूर्वार्द्ध से छ: माह उपलब्धि कारक हो सकते हैं। जनवरी से मार्च के बीच शारीरिक कमजोरी, एकाग्रता में कमी के चलते शिक्षा में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसके लिए बृहस्पति के उपाय करें। केतु के पंचम भाव में होने के कारण प्रेम और रिश्तों में उतार-चढ़ाव रहेगा। हालांकि बीच-बीच में शुक्र ग्रह का प्रभाव आपके रिश्तों को सुधारता रहेगा। जीवनसाथी की शारीरिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। संतान के करियर की चिंता रहेगी। आपकी घरेलू जिम्मेदारियां बढ़ सकती है। घर के वृद्धजनों की सेहत का ध्यान रखना होगा। करियर के निर्धारण में कुछ उलझने आ सकती हैं। यदि घर में कोई विवाह का उम्मीदवार है तो जनवरी से मई के मध्य विवाह का योग बन रहा है। पैतृक या स्थाई संपत्ति के उपयोग या अधिकार के बंटवारे को लेकर परिवार में मतभेद उभर सकते हैं। वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति ग्रह के द्वादश भाव में रहने से खर्चों में बढ़ोतरी होगी लेकिन 1 मई के बाद बृहस्पति आपकी राशि में आ जाएंगे जब खर्चे कम होंगे। गुप्त धन प्राप्ति के योग भी वर्ष की शुरुआत में बनेंगे। पुरानी संपत्तियों पर इस वर्ष बड़ा व्यय करना पड़ सकता है। वैसे सामान्य तौर पर आपकी सेहत अच्छी रहेगी लेकिन अनियमित दिनचर्या के कारण आंतों की कमजोरी, रक्त की कमी हो सकती है। देव गुरु बृहस्पति के आपकी राशि में आने के बाद आपको सेहत पर ध्यान देना की जरूरत होगी अन्यथा गंभीर रोग हो सकता है, क्योंकि पंचम भाव में केतु, द्वादश भाव में बृहस्पति, अष्टम भाव में मंगल और सूर्य सेहत संबंधी समस्याएं खड़ी कर सकते हैं। नौकरी या जॉब में आपको मेहनत का ही फल मिलेगा। दशमेश शनि आपको सफलता दिलाएगा। यदि आप शनि के कोई मंदे कार्य नहीं करते हैं तो पदोन्नति तय है। सभी आपके कार्य की प्रशंसा करेंगे। आपको वाणी पर संयम रखना होगा। यदि आप नौकरी बदलना चाहते हैं तो यह बेहतर समय रहेगा। राहु की उपस्थिति पूरे वर्ष आपके एकादश भाव में बनी रहेगी। वर्ष 2024 में शुक्र और बुध आपके सप्तम भाव और बारहवें भाव में बृहस्पति की उपस्थिति रहेगी। दशमेश शनि और एकादश राहु के कारण व्यापार में पराक्रम तो होगा लेकिन राहु के कारण नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि शनि के उपाय करें और राहु के मंदे कार्य से दूर रहें। हालांकि साझेदारी के व्यापार में लाभ की पूरी संभावना है। यदि किसी नई जगह पर व्यापार प्रारंभ कर रहे हैं तो सोच-समझकर निर्णय लें क्योंकि यह गलत भी हो सकता है। इसके लिए पहले गुरु के उपाय जरूर करें। व्यापार में अपने परिवार के किसी सदस्य को सहयोगी बनाने से लाभ होगा। व्यापारियों को चाहिए कि अलाभकारी संस्थान को वे बंद कर कुछ नया सोचें। वर्ष की शुरुआत में बुध और शुक्र सप्तम भाव में, द्वादश भाव में बृहस्पति, दशम भाव में शनि और राहु एकादश भाव में होने से व्यापार के लिए आदर्श स्थितियों का निर्माण होगा। करियर एजुकेशन के मामले में वर्ष 2024 में वृषभ राशि के छात्रों का ध्यान भटकेगा। उन्हें अपनी पढ़ाई पर फोकस करना होगा। अन्यथा चुनौती का सामना करना पड़ेगा। केतु के पंचम भाव में स्थित होने के कारण आप सफलता का शॉर्टकट ढूंढने के चक्कर में रहस्यमयी विद्याओं के चक्कर में पड़ सकते हैं, जो आपको असफल बना देगी। इसलिए जरूरी है कि आप एकाग्र रहकर कार्य करें। यदि आप शोधार्थी हैं तो परीक्षा में सफल होंगे। खगोल, भूगोल, इतिहास, भाषा जैसे विषयों को ले रखा है तो 2024 में सफलता की गारंटी मानी जा सकती है। शर्त है कि आप खुद पर फोकस करके रखें। हालांकि वर्ष 2024 के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को कड़ी मेहनत करनी होगी। प्रत