आरती चित्तौडा

रूदन की आवाज जोर जोर से आने लगी। रोने की आवाज से मां के दर्द का एहसास हो रहा था। बरामदे में बैठी महिलाओं की आंखें भी नम हो गई। थोड़ी देर बाद ही कुछ महिलाएं...
मैं हम चार भाई-बहनों में सबसे छोटी हूं ‌। पापा का स्नेह और साथ ज्यादा मिला। बात 2003 की जब मैं अपने पापा के साथ द्वारका गई थी सुबह मंगला दर्शन के बाद द्वारकाधीश...
रोक दो, टोक दो हर उस इंसान को घूम रहा गलियों में, जो बिना लगाए मास्क को झिझक का बंधन तोड़ दो
मिस शालू के ऑफिस में आते ही सबकी निगाहें उन पर टिक गई। इठलाती, झूमती, कुछ बहकी सी, आंखों में अजीब-सा लालपन लिए सभी सहकर्मियों से हंसी-मजाक करने लगी। रिसेप्शन...