एक और 'निर्भया' बलात्कार की शिकार

गुरुवार, 7 मार्च 2013 (19:15 IST)
BBC
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पुलिस ने शनिवार दो मार्च की रात एक 19 साल की छात्रा के साथ कथित तौर पर गैंगरेप के आरोप में दो लड़कों को गिरफ्तार किया है। घटना दिल्ली के पड़ोस में बसे इंदिरापुरम इलाके में तब हुई, जब ये लड़की यहां शिप्रा मॉल से शॉपिंग करने के बाद रात करीब आठ बजे घर के लिए निकली।

लड़की ने मॉल से निकलने के बाद एक 'शेयरिंग ऑटो' लिया जिसमें पहले से दो यात्री बैठे हुए थे। थोड़ी देर बाद ऑटो ड्राइवर ने रास्ता बदल लिया और ऑटो को गाज़ियाबाद के सुनसान इलाके मंसूरी में लेकर गया।

पुलिस के मुताबिक वहीं पर खेतों में उन तीनों ने कथित रूप से लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। फिर उससे लूटपाट करने के बाद उसे ज़ख्मी हालत में सड़क किनारे फेंक दिया।

बाद में कुछ राहगीरों की मदद से लड़की पुलिस थाने गई और उसने तीनों अभियुक्तों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कराई। गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी ने बीबीसी से बातचीत में लड़की के साथ क्लिक करें बलात्कार होने की पुष्टि की है।

नितिन तिवारी के अनुसार, 'जिस ऑटो में ये घटना हुई है वो चोरी की है। इसके अलावा लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।'

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आगे कहा, 'पीड़ित लड़की की हालत ठीक है और उसकी जान को कोई खतरा नहीं है। हम उसकी हर संभव मदद कर रहे हैं।'

पुलिस के अनुसार ये लड़की दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके की रहने वाली थी और इंदिरापुरम किसी काम से आई थी।

इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। तीनों अभियुक्तों में से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरा फरार है। तीनों लड़कों की उम्र 19 से 21 साल के बीच है। पुलिस फरार अभियुक्त की तलाश कर रही है।

निष्क्रिय पुलिस : ताजा मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता और महिलाओं के मुद्दे से जुड़ी अखिल भारतीय प्रगतिशील एसोसिएशन की सचिव कविता कृष्णन ने कहा, 'सिर्फ जागरुकता आने से रातों-रात ऐसी घटनाएं कम नहीं होंगी। हो सकता है कि महिलाओं की दावेदारी बढ़ने से ऐसी घटनाएं और बढ़ जाएं, लोगों को लगे कि हमें महिलाओं को सबक सिखाना है। लेकिन पुलिस जैसी जो सरकारी संस्थाएं हैं उनकी जवाबदेही बिल्कुल ना के बराबर है, क्योंकि इस मामले में अभियुक्त ऑटो को कई चेक पोस्ट पार करके लेकर गए लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया।'

ये पूछने पर कि क्या इस घटना के राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ना होकर गाज़ियाबाद में होने का भी फर्क पड़ता है, इस पर कविता ने कहा, 'पूरी तरह से तो नहीं लेकिन इसका फर्क पड़ता है। हालांकि दिल्ली की गैंगरेप वाली घटना के बाद कई छोटे शहरों और कस्बों में भी इस तरह की घटना का काफी विरोध हुआ है। लेकिन हमारी कोशिश रहेगी की दिल्ली से सटे इलाकों में अगर ऐसी कोई घटना होती है तो उसके खिलाफ़ भी आवाज उठाएं।'

शनिवार को इंदिरापुरम में हुए हादसे की पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि अभियुक्तों ने उसके साथ बलात्कार करने से पहले उसके साथ मारपीट भी की।

पुलिस ने माना है कि लड़की के चेहरे और शरीर में चोट के निशान पाए गए हैं। दिल्ली में पिछले साल 27 दिसंबर को एक चलती बस में मेडिकल की एक छात्रा के साथ हुए क्लिक करें सामूहिक बलात्कार और बाद उसकी मौत ने देशभर में विरोध के स्वर तेज कर दिए हैं।

उस घटना के विरोध में काफी प्रदर्शन और रैली भी निकाली गई थी। बाद में पीड़ित लड़की की इलाज के दौरान सिंगापुर में मौत गई थी।

पिछले सप्ताह भी दिल्ली के एक स्कूल में एक सात साल की बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न किए जाने का मामला सामने आने आया था। इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल और चार अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था।

इससे पहले संसद में पिछले महीने महाराष्ट्र के भंडारा में 6-11 साल की तीन बहनों का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न और हत्या के विरोध में संसद में बहस हुई थी।

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