15 करोड़ की लॉटरी फिर भी कंगाल

बुधवार, 20 मार्च 2013 (14:34 IST)
BBC
रोजर ग्रिफिथ्स ने जब 2005 में 1.8 मिलियन पाउंड की लॉटरी जीती तो उनकी खुशी की ठिकाना नहीं रहा। ग्रिफिथ्स रातों-रात करोड़पति हो गए थे और सिर्फ ब्याज पर उन्हें हर दिन 340 पाउंड यानी तकरीबन 28 हजार रुपए मिल रहा था।

लेकिन सात साल बाद आज वो अपने छोटे-मोटे बिलों का भुगतान भी बहुत मुश्किल से कर पा रहे हैं। कहां उड़ाए उन्होंने पैसे?

बीबीसी रेडियो 5 के टोनी लिविसी से बातचीत में ग्रिफिथ्स ने कहा, 'सिर्फ ब्याज पर ही गुजर बसर की जा सकती थी, लेकिन मेरे सर पर एक कर्ज था जिस पर हर महीने 850 पाउंड जा रहा था। मैने उस कर्ज़ को तुरंत खत्म कर दिया।'

शायद कर्ज चुकाने के लिए पैसे खर्च करना सही फैसला था, लेकिन बाकी पैसे कहां गए?

कहां गए पैसे?
ये पूछे जाने पर ग्रिफिथ्स कहते हैं, 'लॉटरी जीतने का मतलब क्या है अगर आप मौज मस्ती न कर सकें? मैं और मेरी पत्नी भी ऐसा ही करना चाहते थे।' ग्रिफिथ्स और उनकी पत्नी लक्जरी टूर पर गए, बच्चों को महंगे स्कूल में दाखिला दिलाया और महंगे तोहफे खरीदे।

लॉटरी जीतने के बाद ग्रिफिथ्स ने नौकरी छोड़ दी और उन्होंने एक महंगा सैलून खोला। लेकिन इस सैलून को चलाने का खर्च बहुत ज्यादा आ रहा था और कमाई कम हो रही थी।

ग्रिफिथ्स कहते हैं कि लॉटरी जीतने के बाद आपको बैंक नहीं जाना पड़ता, बैंक वाले खुद आपके पास दौड़े चले आते हैं।

फिर एक बैंक में ग्रिफिथ्स ने 5 लाख पाउंड का निवेश किया, लेकिन जल्दी ही आर्थिक संकट ने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को घेर लिया और देखते देखते स्टॉक सूचकांक आधा गिर गया और उनका निवेश किया गया पैसा भी आधा हो गया।

दिक्कतें : धीर-धीरे ग्रिफिथ्स का बैंक अकाउंट भी खाली हो गया। एजेंसियों के मुताबिक ग्रिफिथ्स अब दुबारा नौकरी कर रहे हैं, खराब आर्थिक स्थिति में उनकी पत्नी से भी अलगाव हो गया है और अपने कर्ज चुकाने के लिए ग्रिफिथ्स ने मां-बाप से पैसे उधार लिए हैं।

वो कहते हैं, 'मैं अपनी हालत पर बेहद शर्मिंदा हूं, लेकिन आप जैसे ही लॉटरी जीतते हैं, उसी पल से ये डर आपको सताने लगता है कि कहीं आप ये पैसे गंवा न दे।'

ग्रिफिथ्स का यही डर सच साबित हो गया।

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