बॉडी में स्ट्रेच मार्क्स (Stretch Marks) का होना काफी स्वाभाविक है। कई युवतियों में पुबर्टी के समय या अचानक वजन बढ़ने से स्ट्रेच मार्क्स हो सकते हैं। कई महिलाओं में गर्भावस्था के समय भी स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं।
कलर करेक्टर
बात जब स्ट्रेच मार्क्स को ढकने की आती है, तो ऐसे में कलर की सही पहचान सबसे महत्वपूर्ण है। अगर स्ट्रेच मार्क्स नए या बैंगनी रंग के हैं, तो इन्हें हल्का दिखाने के लिए पीले कलर करेक्टर का इस्तेमाल करें। शरीर पर मौजूद ये मार्क्स अगर पुराने हैं, तो आपको किसी कलर करेक्टर की जरूरत नहीं है, क्योंकि त्वचा के बाकी हिस्सों की तुलना में इनका रंग पहले से ही हल्का होता है।
फुल कवरेज फाउंडेशन
स्ट्रेच मार्क्स को फुल कवरेज फाउंडेशन से आसानी से कवर किया जा सकता है। इनके सही इस्तेमाल से स्कार्स से लेकर हाइपरपिग्मेंटेशन तक को कवर किया जा सकता है।
मेकअप को करें सेट
स्ट्रेच मार्क्स को कवर करने के बाद,
मेकअप दिन भर बरकरार रहे और इसका कवरेज भी बेहतर हो, इसके लिए मेकअप ब्रश से इन पर सेटिंग पाउडर लगाना न भूलें।
सेल्फ-टैनर को करें अप्लाई
मेकअप के बिना आप सेल्फ-टैनर की मदद से स्ट्रेच मार्क्स के गहरे निशान को कवर कर सकते हैं। बताने की जरूरत नहीं है, इसकी मदद से अपने लुक को अपने हिसाब से सांवला बनाया और खुद को अलग व खूबसूरत दिखाया जा सकता है।
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