सलमान से किसी भी तरह कम नहीं पड़ जाऊं: जैकलीन फर्नांडीस

रूना आशीष
अभी मैं उर्दू लिखना सीख रही हूं। मुझे ये भाषा बहुत पसंद है। अभी इंटरव्यू दे रही हूं वर्ना दिखाती कि मेरी वैनिटी में उर्दू की किताब रखी है। सलीमजी ने तो मुझे पहले ही कह दिया कि जैकलीन पहले हिन्दी सीख लो, उर्दू बाद में सीखना और मैंने हां भी कह दिया था। लेकिन अभी मैं उर्दू लिखना सीख रही हूं, फिर पढ़ना सीखूंगी और बाद में इसका इस्तेमाल करूंगी।
 
इन दिनों 'रेस' के प्रोमोशनल इंटरव्यू के दौरान जैकलीन फर्नांडीस पहले से बेहतर हिन्दी बोलते देखी जा सकती हैं। उन्होंने अपने इंटरव्यू के दौरान बताया कि मैं 'रेस 2' में भी थी तो 'रेस 3' में काम करना मेरे लिए नया नहीं था। वैसे भी फैमिली ड्रामा, मिस्ट्री ये सब मैंने किया हुआ है। लेकिन फिल्म के लिए मैंने और सलमान ने एक साथ वर्कशॉप्स किए हैं, फिर रेमो के साथ भी मेरे वर्कशॉप्स हुए हैं। वैसे भी रेस जैसी फिल्म में काम करने के लिए आपको एकदम सटीक होना पड़ता है। ये बहुत ही स्टाइलिश फिल्म है। थोड़े से एक्शन की भी प्रैक्टिस की है।
 
'रेस 2' में भी आपने एक्शन किया था, इसमें भी एक्शन देखना मिल रहा है?
हां, उसमें मेरे एक्शन सीक्वेंस रहे हैं और उन्हें पसंद भी किया गया। लेकिन वो सारे कोरियोग्राफ किए गए थे। इस फिल्म के सारे एक्शन हाथों से किए गए हैं यानी ये ऐसे एक्शन हैं जिसमें लड़की अपने हाथों का इस्तेमाल कर रही है। ये एक्शन दर्शकों को बहुत असली एक्शन लगने वाला है। मैंने बॉडी डबल नहीं लिया है। वैसे भी अभी मैं स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस हूं, मुझे कौन बॉडी डबल देगा?


 
आपने अब्बास मस्तान के साथ भी काम किया है और इस फिल्म में आपको रेमो के साथ काम करने को मिला?
अब्बास मस्तान तो अपनी थ्रिलर फिल्मों के लिए जाने ही जाते हैं। वे तो कई ऐसी फिल्में बना चुके हैं लेकिन ये जॉनर रेमो के लिए नया था। वो इसके पहले डांस से जुड़ी फिल्में बना चुके हैं और 'फ्लाइंग जट्ट' में भी मैंने उनके साथ काम किया है। लेकिन जब भी 'रेस' जैसी फिल्म बनाने की बात आएगी, तो बहुत सारा स्टाइल हो और मसाला हो तो उसके लिए रेमो एकदम परफेक्ट हैं, क्योंकि उन्हें स्टाइल की पूरी समझ है। फिर भी उन्होंने फिल्म के लिए बहुत मेहनत की है। 
 
'रेस 2' और 'रेस 3' की जैकलीन में कुछ अंतर आया है?
'रेस 2' की मीशा का किरदार करते समय मैं बहुत नई थी, तो मेरे ऊपर परफॉर्म करने का प्रेशर था लेकिन अभी तो वैसा प्रेशर नहीं है। इस फिल्म में मेरे साथ सलमान हैं, तो मेरे ऊपर अब ये प्रेशर है कि मैं कहीं किसी भी तरह से कम न पड़ जाऊं?
 
शूटिंग कैसी रही?
मैंने पहली बार कश्मीर में शूट किया और वो मेरी जिंदगी का सबसे बेहतर अनुभव रहा है। हम जब शूट कर रहे थे तो वहां बर्फबारी हो रही थी। वहां सबकुछ काफी सुंदर दिख रहा था। उसके बाद मैंने और सलमान ने बाइक पर सफर किया। कश्मीर से हम लद्दाख गए थे और इसमें हमें कुल 6 घंटे लगे थे। लेकिन मुझे बहुत मजा आ रहा था।

 
आप किस निर्देशक के साथ काम करने का ख्वाब देखती हैं?
संजय लीला भंसाली। और वो भी इसलिए, क्योंकि मुझे उनका काम बहुत पसंद है। एक बार की बात है कि मैं 2002 में कान फिल्म फेस्टिवल टीवी पर देख रही थी और उसमें देखा और सोचा कि ये 'देवदास' क्या है, जो इतना नाम हो रहा है। तब तक तो मैंने सोचा भी नहीं था कि मैं भारत आकर फिल्में या बॉलीवुड में कुछ करने वाली हूं। तो तब मैंने 'देवदास' की सीडी मंगवाकर देखी और बस देखती रह गई। कितनी खूबसूरत फिल्म थी। उसके कॉस्ट्यूम्स कितने अच्छे थे और फिल्म भी कितनी भव्य थी। फिर मैंने 'ब्लैक' देखी। तो मैंने भंसाली की दो फिल्मों को देख लिया था। मैंने पहली हिन्दी फिल्म जो देखी थी, वहां से लेकर अभी तक मैं उन्हें देखती ही रह गई।


 
कभी बताई उन्हें अपनी ये तमन्ना?
हां, कई बार। अभी सोनम की शादी में भी मिले थे, तो मैंने उनसे अपने दिल की बात बताई।