अजय देवगन और रितिक रोशन ने कोरोना वॉरियर्स से की ब्लड डोनेट की अपील

Webdunia
सोमवार, 20 अप्रैल 2020 (19:14 IST)
इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है। भारत में भी इसके मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच ये अच्छी खबर भी आ रही है कि बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी से ठीक हो रहे हैं। महामारी से बचाव के लिए डॉक्टर्स से लेकर वैज्ञानिक तक वैक्सीन की खोज कर रहे हैं। 
 
इस खतरनाक संक्रमण को हराने का फिलहाल सबसे असरदार तरीका जो सभी के पास है वो ये कि लॉकडाउन का प्लान करते हुए घरों से बाहर ना निकला जाए और लोगों से संपर्क में आने से बचा जाए। आम जनता के साथ बॉलीवुड सितारें भी अपने घरों पर बने हुए हैं और संपर्क में आने से बच रहें हैं।

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If you’ve recovered from COVID19, you are a Corona warrior. We need an army of such warriors to overcome this invisible enemy. Your blood contains the bullets that can kill the virus. Please donate your blood, so others, especially the serious ones can recover. Sign up now

— Ajay Devgn (@ajaydevgn) April 19, 2020 >
ऐसे में अब अजय देवगन और रितिक रोशन जैसे सितारों ने कोरोना वॉरियर्स से ब्लड डोनेट करने की अपील करते दिखाई दे रहे हैं। अजय देवगन ने अपने ट्विटर पर एक ट्वीट करते हुए लिखा कि अगर आप कोरोना वायरस से ठीक होकर लौटे हैं और आप कोरोना वारियर हैं तो हमें ऐसे वारियर्स की जरूरत हैं जो इस अदृश्य दुश्मन को हरा सके। आपके खून में वो बुलेट है जो वायरस को मार सकते हैं। कृपया अपना खून दान करें। इससे लोग ठीक हो सकते हैं, खासकर जो ज्यादा गंभीर हैं। 

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#COVID19 #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/nzgK6h9UHl

— Hrithik Roshan (@iHrithik) April 20, 2020 >
 
वहीं रितिक रोशन ने भी कोरोना वॉरियर्स से ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेट करने की अपील की है। रितिक ने ट्वीट कर लिखा, मुंबई के कस्तूरबा गांधी अस्पताल को ऐसे लोगों का साथ चाहिए जिन्होंने कोरोना को हराया है। अगर आपने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद 14 दिन का समय बिता लिया है या नेगेटिव होने के बाद 14 दिन बिता लिए हैं तो आपके खून में सेल्स होते हैं जो वायरस को मार सकते हैं। अगर आप अपना ब्लड डोनेट करते हो तो हम ज्यादा लोग बचा सकते हैं, विशेषकर जिनकी हालत गंभीर है।
 
बता दे कि अजय देवगन और रितिक रोशन दोनों ही प्लाज्मा थेरपी के जरिए कोरोना के इलाज की बात को बढ़ावा दे रहे हैं। ये कस्तूरबा अस्पताल की तरफ से चलाई जा रही एक मुहीम है। बताया जा रहा है कि प्लाज्मा तकनीकी में एंटीबॉडी का इस्तेमाल किया जाता है। संक्रमण के खिलाफ शरीर में एंटी बॉडी तभी बनता है जब उक्त शरीर पहले संक्रमण की चपेट में आ चुका हो।

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