Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के पहले चरण की घुर नक्सल इलाके की 10 सीटों सहित 20 सीटों पर मतदान आज शांतिपूर्ण समाप्त हो गया। लगभग 71 प्रतिशत मतदान हुआ है। शाम 5 के बाद में भी कुछ मतदान केंद्रों के परिसर में मतदाता मौजूद थे, इससे मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है।
राज्य निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कांकेर में 75.51 प्रतिशत, बस्तर में 72.41 प्रतिशत, बीजापुर में 40.98 प्रतिशत, मोहला मानपुर में 76 प्रतिशत, सुकमा में 50.12 प्रतिशत, कोण्डागांव में 75.35 प्रतिशत, दंतेवाड़ा में 62.55 प्रतिशत तथा नारायणपुर में 63.88 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके साथ ही राजनांदगांव में 75.10 प्रतिशत, कबीरधाम में 72 प्रतिशत तथा खैरागढ़ में 76.31 प्रतिशत मतदान हुआ है। शाम 5 के बाद में भी कुछ मतदान केंद्रों के परिसर में मतदाता मौजूद थे, इससे मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है।
इन नेताओं का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद: इस चरण में जिन प्रमुख नेताओं का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो गया, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी शामिल हैं। उनकी हाईप्रोफाइल सीट राजनांदगांव में भी इस चरण में मतदान हुआ। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की चित्रकोट सीट, राज्य के वरिष्ठ मंत्री मोहम्मद अकबर की सीट कवर्धा, वरिष्ठ मंत्री कवासी लखमा की सीट कोंटा तथा वरिष्ठ मंत्री मोहन मरकाम की सीट कोंडागांव में भी आज ही मतदान हुआ।
भाजपा के 4 वरिष्ठ नेताओं पूर्व मंत्री केदार कश्यप की सीट नारायणपुर, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा की सीट बीजापुर तथा पूर्व मंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेन्डी की सीट कोंडागांव में भी मतदान सम्पन्न हुआ।
नक्सल प्रभावित 10 विधानसभा क्षेत्रों मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में मतदान 3 बजे समाप्त हो गया। इन क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ था। जबकि 10 विधानसभा क्षेत्रों पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा। इन सीटों पर मतदान सवेरे 8 बजे शुरू था।
5,304 मतदान केंद्र बनाए गए: मतदान के लिए कुल 5,304 मतदान केंद्र बनाए गए थे, इनमें 102 आदर्श मतदान केंद्र जबकि 200 संगवारी मतदान केंद्र थे। इसके साथ ही 20-20 मतदान केंद्र दिव्यांगों एवं युवा मतदानकर्मियों द्वारा संचालित किया गया। 5,304 मतदान केंद्रों में 2,431 मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। इन 20 विधानसभा क्षेत्रों में 2 विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव एवं कवर्धा में प्रत्याशियों की संख्या 16 से अधिक थी इस कारण इस क्षेत्र में प्रत्येक मतदान केंद्र पर 2-2 ईवीएम मशीनें लगाई गई थीं।
प्रथम चरण में मतदान वाले अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13, भानुप्रतापपुर में 14, कांकेर में 9, केशकाल में 10, कोंडागांव में 8, नारायणपुर में 9, बस्तर में 8, जगदलपुर में 11, चित्रकोट में 7, दंतेवाड़ा में 7, बीजापुर में 8, कोंटा में 8, खैरागढ़ में 11, डोंगरगढ़ में 10, राजनांदगांव में 29, डोंगरगांव में 12, खुज्जी में 10, मोहला-मानपुर में 9, कवर्धा में 16 तथा पंडरिया में 14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
इन 20 सीटों में से 12 बस्तर संभाग की तथा 8 दुर्ग संभाग की हैं। इनमें से 19 पर कांग्रेस का कब्जा है। पिछली बार आम चुनावों में कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं जबकि भाजपा ने राजनांदगांव एवं दंतेवाड़ा सीट पर तथा जनता कांग्रेस ने खैरागढ़ सीट पर जीत दर्ज की थी।
दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की नक्सली हमले में मौत होने तथा खैरागढ़ विधायक देवब्रत सिंह के आकस्मिक निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने दोनो सीटों पर कब्जा कर लिया था। इस समय इन 20 सीटों में एकमात्र राजनांदगांव सीट से डॉ. रमन सिंह भाजपा के विधायक हैं।(भाषा)