मेरठ। कोविड 19 महामारी के बीच कोरोना संक्रमित का जीवन बचाने वाले उपकरण की जहां जमकर कालाबाजारी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ कुछ मुनाफाखोर बाजार में बिना मार्का के उपकरणों को धड़ल्ले से बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। इस महामारी के दौर में कोरोना पीड़ित को बचाने के लिए तीमारदार बिना सोचे-समझे खरीद रहा है। मेरठ पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है, जो ऑक्सीजन सिलेंडर के अवैध रूप से फ्लो मीटर बना रहा था। फिलहाल पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिली थी कि मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के बुनकर इलाके में ऑक्सीजन सिलेंडरों पर इस्तेमाल किए जाने वाले फ्लो मीटर बन रहे हैं। इन फ्लो मीटर न तो रजिस्ट्रेशन हुआ है और ये मानक के अनुरूप हैं या नही, इसकी भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। पुलिस और क्राइम ब्रांच ने सूचना पर एक घर के अंदर चलने वाली फैक्टरी पर छापा मारा तो वह दंग रह गई, क्योंकि वहां भारी मात्रा में फ्लो मीटर बनाए जा रहे थे।
पुलिस ने मौके से फैक्टरी मालिक इमरान और वहां काम करने वाले जुबीन, शादान, जैद, नईम और वसीम को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ में आरोपी इमरान ने बताया कि उसका ये कारखाना गैस के नोजल बनाने का है लेकिन कोरोना काल में फ्लो मीटर की डिमांड लगातार बढ़ रही थी, ऐसे में इमरान ने फैक्टरी में फ्लो मीटर तैयार किए।
इमरान ने बताया कि वह मेरठ के विभिन्न स्थानों पर बनी दुकानों पर इन फ्लो मीटर को 1,000 से 1,200 की कीमत में बेचा करता था। हालांकि इस मीटर को बनाने में 900 रुपए का खर्चा आता है। फिलहाल पुलिस इमरान और उसके 6 साथियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने हिरासत में लिए गए 6 लोगों पर अभी तक कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं किया है।