प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना के इलाज के दावे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा बयान सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने संयुक्त सचिव लव अग्रवाल साफ कहा कि कोविड 19 के लिए देश में क्या दुनिया में भी कोई अप्रूव थेरेपी नहीं है। प्लाज्मा थेरेपी अभी भी एक्सपेरिमेंट के स्टेज पर है और इसका कोई भी एविडेंस नहीं है कि इसको ट्रीटमेंट के रुप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ICMR भी अभी प्लाज्मा थेरेपी पर स्टडी कर रहा है और जब तक ICMR अपनी स्टडी को पूरा नहीं कर लें तक तक प्लाज्मा थेरेपी को सिर्फ रिसर्च और ट्रायल के लिए उपयोग करे।
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने साफ कहा कि प्लाज्मा थेरेपी का अगर सही तरीके से और गाइडलाइंस के अनुसार उपयोग नहीं करते है तो मरीज की जान को खतरा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि अभी प्लाज्मा थेरेपी को लेकर सिर्फ ट्रायल चल रहा है और अभी इसको लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकाला गया है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी को लेकर किसी भी तरह का दावा करना गलत है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी को लेकर ICMR पहले ही अपनी गाइडलाइन जारी कर चुका है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कोरोना को लेकर नियमित प्रेस क्रांफ्रेंस में प्लाजाम थेरेपी को लेकर पूरी स्थिति साफ की है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी को लेकर किसी भी प्रकार का दावा करना गलत है। अभी प्लाज्मा थेरेपी सिर्फ रिसर्च और ट्रायल के लिए है।