फरीदकोट में 5 महिलाएं चुनाव मैदान में

मंगलवार, 29 अप्रैल 2014 (15:16 IST)
FILE
फरीदकोट। पूरे पंजाब राज्य में लोकसभा चुनाव लड़ रहे पुरुष उम्मीदवारों की संख्या 234 है जबकि चुनाव में खड़ी महिला प्रत्याशियों की संख्या मात्र 19 है और फरीदकोट (सु) ऐसा संसदीय क्षेत्र है जहां से शिरोमणि अकाली दल की वर्तमान सांसद परमजीत कौर गुलशन सहित पांच महिलाएं चुनाव मैदान में हैं। दिलचस्प बात यह है कि कुल तीन महिला प्रत्याशियों के नाम परमजीत हैं।

राजनीतिक पर्यवेक्षकों की मानें तो अकालियों का परंपरागत गढ़ माने जाने वाले फरीदकोट संसदीय क्षेत्र को उनसे छीनना कड़ी चुनौती है। इस सीट के अंतर्गत आने वाले 9 विधानसभा क्षेत्रों में से सात शिरोमणि अकाली दल के पास और दो कांग्रेस के पास हैं।

परमजीत कौर गुलशन राज्य में सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन की प्रत्याशी हैं और वर्ष 2009 में उन्होंने यह सीट 60,000 से अधिक मतों के अंतर से जीती थी। उन्हें पूरा भरोसा है कि इस बार भी यह सीट उनके पास ही रहेगी।

कांग्रेस के तीन बार विधायक रहे जोगिंदर सिंह से उनका सीधा मुकाबला है। लेकिन उनकी हमनाम दो और प्रत्याशियों की चुनाव मैदान में मौजूदगी उनके लिए बड़ी चुनौती है।

एक परमजीत कौर बहुजन मुक्ति मोर्चा के टिकट पर और एक अन्य परमजीत कौर निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। इन दोनों से शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन की प्रत्याशी प्रत्याशी परमजीत कौर गुलशन को भले ही बड़ा खतरा न हो लेकिन प्रत्याशियों की सूची में उनकी मौजूदगी मतदान के दौरान मतदाताओं को भ्रमित कर सकती है।

कांग्रेस के जोगिंदर सिंह के समक्ष निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हमनाम प्रत्याशी की चुनौती है। इस आरक्षित संसदीय सीट पर कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। शिरोमणि अकाली दल-भाजपा और कांग्रेस, आप, बसपा तथा भाकपा ने यहां प्रत्याशी खड़े किए हैं। इस सीट पर मतदान बुधवार को होगा और 14.33 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की पत्नी गुलशन ने वर्ष 2009 में यहां कांग्रेस के सुखविंदर सिंह डैनी को हराया था। लेकिन इस बार उन्हें सत्ताविरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है। उनके आलोचक उन पर अपने निर्वाचन क्षेत्र से दूर रहने का आरोप भी लगा रहे हैं।

पूर्व डीजीपी परमदीप सिंह गिल जैसे स्थानीय नेताओं की अनुपस्थिति भी गुलशन को खल रही है। चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की बहू हरसिमरत कौर बादल की मदद करने के लिए गिल बठिंडा जा चुके हैं। कई अकाली कार्यकता भाजपा प्रत्याशी अरूण जेटली के प्रचार में मदद के लिए वहां जा चुके हैं।

इसका पूरा फायदा उठाते हुए कांग्रेस के जोगिंदर सिंह शिरोमणि अकाली दल को हराने के लिए एड़ी चोटी एक कर रहे हैं। मैं अकाली दल से यह सीट छीनने का मन बना चुका हूं।

फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीट जैतू के वर्तमान विधायक जोगिंदर एफसीआई वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष और मजदूरों के नेता रह चुके हैं जिनका सहयोग उन्हें मोगा, फरीदकोट और जैतू में चुनाव प्रचार में मिल रहा है। जोगिंदर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर पंजाब में रेत और परिवहन के कारोबार पर कब्जा करने का आरोप लगाते हैं। वह बादल तथा मजीठिया को पंजाब में नशे की बढ़ती लत के लिए भी जिम्मेदार ठहराते हैं।

एक ओर जहां परमजीत कौर गुलशन और जोगिंदर सिंह चुनाव जीतने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी उनके समीकरण गड़बड़ कर सकती है।

आप प्रत्याशी साधु सिंह की सभाओं में भीड़ उमड़ रही है और वह अपनी सभाओं में मौसमी राजनीतिज्ञों पर करारे प्रहार करते हैं। वह मतदाताओं को कहते हैं कि उनका मुख्य उद्देश्य फरीदकोट लोकसभा सीट में रूकी हुई परियोजनाओं को पटरी पर लाना तथा साहित्य और संस्कृति को समाज में उचित स्थान दिलाना है। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें